कोविड में गरीबों का सहारा बना आयुष्मान भारत योजनाशिवपुरी-आयुष्मान भारत योजना जिले में गरीबों के लिए जीवन दायनी साबित हो रही है। इस योजना में कोविड से ग्रसित 133 रोगियों का नि:शुल्क उपचार निजी चिकित्सालयों में किया जा चुका है। 03 अगस्त 2021 को मुख्यंमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आपके द्वार आयुष्मान 2.0 योजना लांच किए जाने के उपरांत जिले में तेजी से आयुष्मान योजना के गोल्डन कार्ड बनाए जाने का कार्य प्रारंभ हुआ है।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं नोडल अधिकारी आयुष्मान भारत योजना डॉ.एन.एस.चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवपुरी जिले में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, सीईओ जिला पंचायत एचपी वर्मा के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन तथा एसीईओ एम के जैन के नेतृत्व में आयुष्मान भारत योजना अन्तर्गत गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य तेज गति से संचालित है।
डॉ चौहान ने बताया कि संबल योजना, खादयान्न पर्ची धारक तथा 2011 के जनगणना में बीपीएल सूची में दर्ज तिग्राहियों को 5 लाख रूपए प्रति वर्ष प्रति परिवार स्वास्थ्य उपचार प्रदान कि जाने हेतु प्रत्येक जनपद पंचायत भवन,लोक सेवा गारंटी केन्द्र तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य हो रहा है। इस कार्य हेतु प्रत्येक विकासखण्ड के प्रत्येक केन्द्र पर 2-2 व्हीएलई को कार्ड बनाने के लिए नामित किया गया है।
इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करैरा, खनियाधांना,पिछोर, जिला चिकित्सालय शिवपुरी में 1-1 आयुष्मान को नियुक्त किया गया है। आयुष्मान मित्र जन्म से 10 बर्ष तक के बच्चों सहित ऐसे हितग्राही जिनके पोर्टल पर अंगूठे के निशान नही आते हैं तथा जिन्हें आपात कालीन आवश्यकता हो उनके आयुष्मान कार्ड आयुष्मान मित्र द्वारा बनाए जाऐंगे। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एन.एस.चौहान ने आशा, आंगनवाडी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक से अपील की है कि आयुष्मान कार्ड बनने के लिए चिहिन्त स्थानों पर पात्र हितग्राहियों को भेंजना सुनिश्चित करें। जिससे स्वास्थ्य आपदा की स्थिति में लोग लाभ उठा सकें।
कर्मचारी शतप्रतिशत टीकाकरण के लिए हो कटिबद्ध : डॉ.पवन जैन
स्वास्थ्य विभाग के मुखिया ने वर्चुअल समीक्षा बैठक कर अधीनस्थ अमले को दिए निर्देश
शिवपुरी-स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी विभागों के कर्मचारी शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए कटिबद्ध होकर कार्य करें। यह अपील मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन ने की है। उन्होंने आज बुधवार को वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारियों व मैदानी अमले को आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन द्वारा नियमित रूप से कोविड वैक्सीनेशन की समीक्षा की जा रही है। डॉ. जैन ने अधीनस्थ अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड से बचाव का प्रमुख माध्यम वैक्सीनेशन ही है। इसलिए सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को कटिबद्ध होकर शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का प्रयास करना चाहिए। जितनी जल्द हम वैक्सीनेशन का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे, उतनी जल्दी ही कोविड से होने वाली मौतों पर काफी हद तक विजय पा लेंगे।
डॉ.जैन ने कहा कि जिला एवं विकासखण्ड के अधिकारी उन ग्रामों को चिह्नित करें जिनमें वैक्सीनेशन कराने में लोग डर रहे हैं या उन ग्रामों में कोई भ्रांति फैली हुई है। अधिकारी एवं कर्मचारी स्वयं दल के रूप में वहां जाकर लोगों को वैक्सीनेशन के लाभ बताएं तथा भ्रांति व भय को दूर करें। जिससे शत प्रतिशत वैक्सीनेशन हो सके। इस कार्य के लिए मुख्य रूप से एएनएम और आशा कार्यकर्ता प्रभावी भूमिका का निर्वहन करें एवं वरिष्ठ अधिकारियों को यह जानकारी दें कि किस गांव में कितने परिवार वैक्सीनेशन से छूटे हैं। आशा सहयोगनी और सुपरवाइजर मिलकर आशाओं की बैठक का आयोजन करें और इस कार्य को गति प्रदान करें।
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