भ्रूण हत्या मामले में शामिल दंपित्त और ब्लैक मेलिंग करने वालों को मिला पुलिस का संरक्षण
कार्यवाही के लिए कई शिकायतें और जांच दल द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल नंबर की घोर अनदेखी
शिवपुरी-सिद्धिविनायक अस्पताल में जिस भ्रूण हत्या मामले को लेकर जहां अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया, प्रबंधकों से पूछताछ शुरू कर दी गई, एक अन्य महिला नर्स को भी पकड़ लिया गया बाबजूद इसके पुलिस के द्वारा अब तक उस दंपत्ति और वह ब्लैकमेलिंग का कार्य करने वाले अब तक पुलिस का संरक्षण प्राप्त है यही वजह है कि ना तो वह दंपत्ति पुलिस के हाथ लगी जो सीसीटीव्ही में कैद होकर भ्रूण हत्या मामले की डीलिंग कर रही है साथ ही आरोपी बनाए गए डॉ.रहीस खान और उसकी पत्नि पूनम खान जो कि अलग-अलग जातियों से होकर संभवत: लव जिहाद के कारण फरार बने हुए है वह भी अब तक पुलिस गिरफ्त से कोसों दूर है। इसके अलावा सिद्धि विनायक अस्पताल के प्रबंधक राजेन्द्र शर्मा द्वारा लिखित शिकायत 22 अगस्त को की गई थी कि उन्हें ब्लैकमेलिंग कर शोषण करने का प्रयास किया गया जिसमें नामजद शिकायत भी पुलिस थाना कोतवाली में है और इस शिकायत पर थाने की सील भी लगी हुई है बाबजूदइ सके अब तक सिद्धि विनायक अस्पताल प्रबंधन की ओर से की गई शिकायतों और मोबाईल नंबर जिनसे ब्लैकमेलिंग करने का कार्य किया गया वह सब जानने के बाद भी पुलिस की जांच अटकी हुई है। इस ओर कोई भी कदम पुलिस ने नहीं बढ़ाया जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं इन सभी को पुलिस का पराश्रय मिल रहा है।
सौदेबाजी करने वाले पुलिस की गिरफ्त से दूर
भ्र्रूण हत्या वीडियो वायरल मामले में कोख में बच्ची की हत्या कराने की सौदेबाजी कर रही मां और पिता के साथ साथ ब्लैकमेलरो को पुलिस द्वारा दिए जा रहे संरक्षण के खिलाफ आवाजे बुलंद होने लगी है अब तक की कार्यवाही में कोख में बच्चे को मारने की सौदेबाजी करने वाले मां बाप को और भ्रूण हत्या में मध्यस्थता करने वाले दलालों को पुलिस ने फूटी आंख से भी नहीं देखा है हद यह भी है कि ब्लैकमेलिग के लिए वायरल किए गए वीडियो के ब्लैकमेलरों पर कार्यवाही के लिए पुलिस उस स्थिति में भी तैयार नहीं है जब ब्लैकमेलिंग का शिकार बना सिद्धि विनायक संस्थान एक नहीं कई बार ब्लैकमेलरो के विरुद्ध कार्यवाही को लेकर शिकायती आवेदन पुलिस को दे चुका है जांच दल भी रिपोर्ट कराते समय पुलिस को उन मोबाइल नंबरो की जानकारी दे चुका है जिनका उपयोग ब्लैक मेलिंग के लिए किया गया था।
सिद्धिविनायक अस्पताल संस्थान ने की है एसपी को शिकायत
सनद रहे कि सिद्धी विनायक संस्थान के डायरेक्टरों ने एसपी स्तर पर ब्लैकमेलरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही को लेकर एक पत्र पूरी जानकारी के साथ सौंपा था साथ ही ब्लैकमेलरों को लेकर पुख्ता जानकारी भी पत्र के साथ प्रदान की थी। उल्लेखनीय है कि इस मामले में पुलिस को विगत माह कि 22 अगस्त को भी ब्लैकमेलरों के खिलाफ कार्यवाही के लिए आवेदन दिया गया था, इसके बाद फिर आवेदन दिया गया, इस आवेदन पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। ब्लैकमेलरों पर कार्यवाही को लेकर पुलिस की दिखाई गई उदासीनता से सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस ब्लैकमेलरों को अभयदान दे रही हैं। मामले की जांच करना भी उचित नहीं समझ रही हैं जो भ्रूण हत्या जैसे बड़े मामले में गंभीर लापरवाही मानी जा रही है। तथ्य यह भी है कि वायरल वीडियो को 14 दिन तक छुपा कर रखा गया और ब्लैमेलिंग के प्रयास जारी रहे। यदि समय रहते पुलिस सक्रिय हो जाती तो आरोपित तौर पर जो बचाव का समय भ्रूण हत्या के लिए कठघरे में खड़े जिम्मेदारों को मिला हैं संभवत: वह उन्हें नहीं मिल पाता और इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करने में ज्यादा कठिनाई नहीं होती।
इनका कहना है-
हमें ब्लैकमेलिंग का शिकार बनाया गया है जांच दल और प्रशासन ने वायरल वीडियो की प्रमाणिकता और सत्यता को कसौटी पर कसने से पहले ही संस्थान का पंजीयन निरस्त कर तकरीबन 140 लोगों का रोजगार छीन लिया जो हॉस्पिटल में काम करते थे ब्लैकमेलरो के खिलाफ हमारे द्वारा दिए गए 2 आवेदनों पर आज तक कार्यवाही नहीं हुई है यह संभवत पहला मामला होगा जिसमें जांच की प्रक्रिया में दंडित किया जा रहा है और जो लोग उजागर तौर पर ब्लैक मेलिंग के दोषी हैं उन्हें खुला संरक्षण भी सरेआम दिया जा रहा है।
राजेन्द्र शर्मा
डायरेक्टर, सिद्धिविनायक अस्पताल, शिवपुरी
हमें ब्लैकमेलिंग का शिकार बनाया गया है जांच दल और प्रशासन ने वायरल वीडियो की प्रमाणिकता और सत्यता को कसौटी पर कसने से पहले ही संस्थान का पंजीयन निरस्त कर तकरीबन 140 लोगों का रोजगार छीन लिया जो हॉस्पिटल में काम करते थे ब्लैकमेलरो के खिलाफ हमारे द्वारा दिए गए 2 आवेदनों पर आज तक कार्यवाही नहीं हुई है यह संभवत पहला मामला होगा जिसमें जांच की प्रक्रिया में दंडित किया जा रहा है और जो लोग उजागर तौर पर ब्लैक मेलिंग के दोषी हैं उन्हें खुला संरक्षण भी सरेआम दिया जा रहा है।
राजेन्द्र शर्मा
डायरेक्टर, सिद्धिविनायक अस्पताल, शिवपुरी
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