ई-कॉमर्स कंपनियों से देश के कानूनों का उल्लंघन और व्यापारियों का व्यापार हो रहा हैं बर्बाद : प्रदेश उपाध्यक्ष इंजी.पवन जैन
ई.कॉमर्स नियमों के क्रियान्वयन को पटरी से उतारने के हर कदम का कैट संगठन हमेशा विरोध करेगा : सिद्धार्थ लढ़़ा
शिवपुरी-ऑनलाईन रूपी चल रहे ई-कॉमर्स का व्यापारिक संघ कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के द्वारा खुलकर विरोध प्रदर्शन किया गया और इसे लेकर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष इंजी.पवन जैन एवं जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा के निर्देशन में स्थानीय होटल पीएस के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान शिवपुरी जिले में संचालित कैट संस्था के व्यापाारिक प्रतिनिधिगणों ने इस धरना प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया और इस विरोध प्रदर्शन को सफल बनाया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में व्यापारिक संघ कैट के द्वारा ई-कॉमर्स के इस विरोध प्रदर्शन को लेकर अपना वक्तव्य देते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष इंजी.पवन जैन ने कहा कि ई-कामर्स कम्पनियों की मनमानी और देश के कानूनों का उल्लंघन करने से व्यापारियों का व्यापार बर्बाद हो रहा है, इस मौजूदा हालात से हम चिंतित हैं और इसलिए यह सुनिश्चित करते हुए कि इस बार ऐसा कोई प्रयास नहीं किया जायगा, ई.कॉमर्स नियमों को बिना किसी देरी के तुरंत लागू किया जाना चाहिए। क्योंकि देशभर में एक लाख से अधिक दुकानों को बड़े ई.टेलर्स के कदाचार के कारण बंद कर दिया गया है, जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर बेरोजगारी पैदा हुई है।
इस प्रदर्शन में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा ने बताया कि ई-कॉमर्स को इस ऑनलाईन कारोबार ने बढ़ावा देने का काम किया है और यही वजह है कि प्रस्तावित ई.कॉमर्स नियमों के क्रियान्वयन को पटरी से उतारने के किसी भी कदम का सख्त कैट संगठन हमेशा विरोध करेगा, इसके खिलाफ जबरदस्त रोष और आक्रोश प्रकट करने तथा उपभोक्ता क़ानून में प्रस्तावित नियमों को तुरंत केंद्र सरकार द्वारा लागू करने की माँग को लेकर कैट एक महीने तक देश भर में Óई कामर्स पर हल्ला बोल अभियानÓ शुरू गया है जो देश के 500 से अधिक शहरों में धरने आयोजित किए जाऐंगें।
शिवपुरी जिला मुख्यालय पर होटल पीएस के बाहर आयोजित इस धरना प्रदर्शन में व्यापारिक संघ कैट से जुड़े गंगाधर गोयल, सुनील बिसानी, सुनील जैन, प्रदुम वर्मा, पंकज जैन, शैलेंद्र गर्ग, संदीप जैन, यशवंत जैन, यशवंत गुप्ता, राजू विरमानी,भरत अग्रवाल व सुनील कुमार गर्ग आदि शामिल रहे।
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