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Tuesday, May 11, 2021

प्रदूषण रोकेंगे.पर्यावरण संवारेंगेÓ


 राजेश गोयल रजत

जिस संक्रमण के कारण पूरे देश भर में त्राहि त्राहि मच रही है पूरे देश में संक्रमण ने यहां की जनता को अपने काबू में कर लिया है बीमार है, लाचार है, बेबस है और इस सबमें हमने बहुत से लोगों को हमने खो दिया है, स्वभाविक है कितनी विकराल स्थिति में हमारे देश की जनता को जो स्वास्थ्य सेवाएं मिलना चाहिए थी वह भी मिली तो सही पर बहुत सी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ाए और करना भी पड़ेगा।

 क्योंकि आखऱि व्यवस्थाएं तो व्यवस्था होती हैं आखिर करना भी पढ़ती हैं और उस विषम परिस्थितियों में भी जबकि सरकार की किसी भी प्रकार की व्यवस्था को बनाए रखने में जनता का भरपूर सहयोग नहीं मिलता है, हम खुद उस व्यवस्था को हिला देते हैं जो भी किसी सरकार ने या सामाजिक संगठन ने हमारे लिए बनाई है रोडवेज बस की सीट से स्पंज निकालने से लेकर 5 स्टार होटल जैसी सुविधाओं को मिटाने करने की भरपूर कोशिश हम करते हैं। कुछ  प्रदूषण हमारी सोच के कारण पैदा होते हैं, 

जैसे हमने प्रदूषण को फैलने में और फैलाने में काफी हद तक सहयोग किया है,दियों से रेत निकाल डाली तो पानी सूख गया, जंगलों से लकड़ी काट डाली तो धरती का तापमान बढऩे लगा प्लास्टिक और पॉलिथीन जैसी यूज एंड थ्रो उपयोग करो और फेंको एजो देखने में भी खूबसूरत हो, ऐसा हमने अपना स्टेटस सिंबल बना लिया है, बर्नी में दूध लाना तो हमेैं घटिया लगने लगा थैली में दूध में हमारा स्टेटस सिंबल बन गयाए गंगा सागरए लोटे से पानी पीना घटिया लगा और बिसलेरी की बोतल हमारी शान बन गई थी।

पेड़ों की कटाई शुरू हुई जामुन के पेड़ बरगद के पेड़ए आम के पेड़ एआंवला के पेड़ एपीपल के पेड़ एनीम के पेड़ए बिल्व पत्र के पेड़ इत्यादि अनेक ऐसे हमारे पूजनीय वृक्ष जो हमें भरपूर ऑक्सीजन देकर हमारे द्वारा छोड़ी गई कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण करते हैं। अनेकों प्रकार से सुख देने वाली हमारी प्राकृतिक प्रक्रिया को हमने त्याग कर जो झूठी भौतिकता को अपना लिया जिसके सहारे जिंदगी ज्यादा चलने वाली ना थी। गाय को घर से निकाल दिया और कुत्ते को घर की शान बना ली ऐसी तमाम विपरीत प्रक्रियाओं ने अपनी धाक जमाई तब धरती डगम गाई और ऐसी अनेक संक्रमण में जन्म लिया। बात आई भी समझ में आ जाए तो हमें आने वाले दिन अच्छे मिलेंगे हमारी अनेक पीढ़ी सकून से जन्म लेगी, हमे सनातनी बनना होगा एसात्विक बनना होगा। हालांकि हमारे अनेक ऋषि मुनि तपस्वी साधु साधक और अनेक महापुरुष जिनका हम अनुसरण करते हैं और करते रहेंगे और हम जागेंगे प्रदूषण को रोकेंगे पर्यावरण को सवारेंगे।

राजेश गोयल रजत
समाजसेवी एवं सचिव
रामदाना जन कल्याण संस्था, महला कॉलोनी, शिवपुरी
मोबा.9425487985

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