Responsive Ads Here

Shishukunj

Shishukunj

Wednesday, May 12, 2021

कोरोना से जंग जीतकर कार्डियक अरेस्ट को नही हरा पाई श्रीमती वंदना शिवहरे


आकस्मिक निधन पर नगरवासियों ने जताई अपनी शोक संवेदनाये

शिबपुरी-नगर के संभ्रांत शिवहरे परिवार से ताल्लुक रखने वाली सरल, सहज, मृदुभाषी व्यवहार की धनी श्रीमती वंदना पत्नि राजेन्द्र शिवहरे निवासी न्यूब्लॉक का आकस्मिक निधन कोरोना से नहीँ बल्कि वह अपने जीवन की जंग ह्रदयघात रुपी जैसी गंभीर कार्डियक अरेस्ट से हो रही लड़ाई को नहीं जीत पायी और मुम्बई के लीलावती अस्पताल में उनका आकस्मिक निधन हो गया।

हालांकि उन्हें शिबपुरी से ग्वालियर बिड़ला हॉस्पिटल में उपचार के लिये परिजन ले गए लेकिन जब स्वास्थ्य मे आराम नहीं मिला तब श्रीमती वंदना शिवहरे के पति राजेन्द्र शिवहरे व उनकी यूएसए में मौजूद बेटी ज्योति शिवहरे के द्वारा अपने प्रयासों से एयरलिफ्ट के जरिये मुम्बई के लीलावती अस्पताल तक पहुँचाया गया। जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी लगातार राजेन्द्र शिवहरे से जुड़े रहे और श्रीमती वंदना शिवहरे के स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहे। 

लेकिन इसी बीच श्रीमती वंदना शिवहरे जो 22 अप्रेल को अपने अस्वस्थ्य होने के बाद जब कोरोना जांच कराई तो 24 अप्रेल को वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई बाबजूद इसके उन्होंने हिम्मत नही हारी और उनके पति राजेन्द्र शिवहरे द्वारा उनका इलाज कराया गया और इसी बीच वह 27 अप्रेल को मेडीकल कॉलेज शिबपुरी में इलाज के लिए भर्ती हुई लेकिन यहां भी कुछ दिनों तक मेडीकल कॉलेज मे भर्ती रहने के बाद आराम नहीं मिला तो उन्हें 5 मई को ग्वालियर के बिड़ला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया लेकिन बिड़ला हॉस्पिटल में भी ज्यादा आराम नहीं हुआ और यहाँ जब कोरोना में उन्हें भर्ती किया गया तो एक बार फिर से उनकी कोरोना जांच की गई जिसमें वह कोरोना से जंग जीतकर नेगेटिव भी गयी लेकिन स्वाथ्य में आराम न मिलता देख परिजन उन्हें 7 मई को ही एयरलिफ्ट के जरिये मुम्बई के लीलावती अस्पताल में भर्ती  कराया गया।

 जहां 10 मई की सुबह श्रीमती वंदना शिवहरे का कोरोना से तो नहीं लेकिन कार्डियक अरेस्ट से वह जीवन की लड़ाई में हार गई और उनका आकस्मिक निधन हो गया। श्रीमती वंदना शिवहरे बड़े ही सरल, सहज व्यवहार के लिए अपने परिजन, शुभचिंतकों और सामाजिक छवि के रूप में पहचानी जाती थी, समाजसेवी संस्थओं से भी उनका जुड़ाव रहा, वह सदैव दुसरो की मदद करना और जीवन में कुछ ना कुछ नया करने की सोच उनको हमेशा तरोताजा रखती थी, 

संस्कारवान होने के चलते उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जिसका परिणाम है कि श्रीमती वंदना राजेंद्र शिवहरे परिवार की दोनों बेटियाँ शिवपुरी का मान बढ़ा रही है जिसमे ज्योति शिवहरे यूएसए में तो दूसरी बेटी विदिशा में न्यायिक मजिस्ट्रेट है। ऐसे में इस सम्पन्न परिवार को असमय इस दुनिया को छोड़कर गयी श्रीमती वंदना शिवहरे के आकस्मिक निधन पर शोकाकुल शिवहरे परिवार को नगर के गणमान्य नागरीको, समाजबंधुओं, समाजसेवी संस्थाओं सहित अन्य आमजन ने अपनी शोक संवेदनाये शिवहरे परिवार के प्रति व्यक्त की है।

No comments:

Post a Comment