Responsive Ads Here

Shishukunj

Shishukunj

Tuesday, May 11, 2021

कोरोना संक्रमण के समय रोड़ पर फेंके जा रहे प्रयोग किए दास्ताने, लोगों में नाराजगी


मामला महल कॉलोनी में संचालित महावीर पैथोलॉजी के निकट का

शिवपुरी-शहर की संभ्रांत कॉलोनियों में गिना जाने वाला महल कॉलोनी क्षेत्र भी इन दिनों कोरोना संक्रमण से अछूता नहीं है बाबजूद इसके यहां संचालित महावीर पैथोलॉजी पर आने वाले मरीजों के खून की जांच के नाम पर यहां प्रबंधन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए है जिसके चलते आसपास के रहवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हद तो तब हो गई जब यहां आने वाले कई लोग जो कोरोना संक्रमण के समय हाथों में प्रयोग किए जाने वाले दास्तानों का प्रयोग कर मुख्य मार्ग पर ही फेंक जाते है जिससे महावीर पैथोलॉजी के आसपास का क्षेत्र अपने आप को इन हालातों में काफी असुरक्षित महसूस करता है। रहवासियों ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि पैथोलॉजी संचालक को यदि संचालन करना है तो वह अपनी व्यवस्थाऐं दुरूस्त करें, मरीजों को बैठने के लिए पर्याप्त स्थान व नियमित साफ-सफाई हो ताकि इस तरह की घटनाओं की पुन: पुनरावृत्ति ना हो।

बताना होगा कि वर्तमान समय कोरोना काल का चल रहा है इसमें लोग घर में सुरक्षित रहने का दावा कर रहे है पर हम घर में भी सुरक्षित नहीं रह सकते है। शहर के महल कॉलोनी में महावीर पैथोलॉजी के यहां लोग जांच कर वाने आते है, पता नहीं कैसे-कैसे मरीज आ रहे है, और लोगो के घर के बाहर बैठते है, थूकते है खांसते है और बिना मास्क के बैठते है, इन्हीं हालातों में मंगलवार को तो कई लोगो ने कोरोना संक्रमण के समय में हाथों में प्रयोग किए जाने वाले दास्ताने तक दूसरों के घर के बाहर फेंक दिए जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी देखने को मिली। 

यहां के नागरिकों द्वारा बताया गया कि यूं तो महावीर पैथोलॉजी पर स्वयं की सुरक्षा और साफ-सफाई की व्यवस्था है लेकिन इन दिनों कोरोना संक्रमण के चलते कई लोग जांच कराने आते है तो उन्हें स्थान ना मिलने के कारण वह आसपास के रहवासियों के घरों के बाहर ही बैठ जाते है जिससे कई बार लोग इन रहवासियों के घरों के बाहर थूक, गंदगी व अन्य तरह के संक्रामक फैलने वाले रोगों को यहां फेंक जाते है जिससे कई बार रहवासियों के यहां के लोग भी बीमार हो गए है बाबजूद इसके पैथोलॉजी संचालक द्वारा अपनी ओर से अपने यहां आने वाले जांच करने वाले रोगियों के लिए पर्याप्त संसाधन व व्यवस्थाऐं जुटाऐं।

चूंकि यह पैथोलॉजी शहर के बीचों बीच बनी है और यहां ना बैठने की जगह है तो लोग दूसरों के घर के बाहर चबूतरे पर बैठते है। स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन के माध्यम से इस पैथोलॉजी संचालकों के विरूद्ध औचक निरीक्षण करते हुए कार्यवाही की मांग की है।

No comments:

Post a Comment