एक ओर जहां चार कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत, तो वहीं शादी, मृत्युभोज, उठावनी पर लगाई रोकशिवपुरी। जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना को लेकर लगातार लगाई बंदिशों से आमजन काफी परेशानी महसूस कर रहा है हालांकि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में यह परेशानी आमजन झेलने को तैयार भी है लेकिन आमजन के लिए लगा लंबा जनता कफ्र्यू मूलभूत आवश्यकताओं के लिए तरसा रहा है जिसमें दुकानें बंद होने से जहां आटा, तेल, दाल, मिर्च जैसी रोजमर्रा की वस्तुओं के लिए आमजन को परेशानी हो रही है तो दूसरी ओर बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब आमजन स्वयं भी जागरूक होने लगा है यही कारण है कि हरेक व्यक्ति के चेहरे पर अब मास्क नजर आने लगा है और वह सोशल डिस्टेंस के साथ सेनेटाईज भी कर रहा है।
बाबजूद इसके यदि प्रशासन कुछेक रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बाजार में जिस प्रकार से पेट्रोल पंप खोलने की व्यवस्था, सब्जी विक्रेता और दूध विक्रेताओं को समय निर्धारित किया है उसी प्रकार से यदि किराना और अन्य जरूरी सामग्री के लिए बाजार में व्यवस्था की जाए तो इससे आमजन को काफी राहत मिलेगी।
वहीं दूसरी ओर प्रशासन के द्वारा लगातार हो रही मौतों के आंकड़ों को देखते हुए अपने द्वारा दी गई शादी विवाह की सभी अनुमतियां भी निरस्त कर दी गई है जिससे विवाह समारोह आदि करने वालों के सामने संकट खड़ा हो गया है जहां विवाह योग्य वर-वधुओं के हाथों में हल्दी तक लग चुकी है ऐसे में अब विवाह समारोह आयोजन करना भी आयोजकों के लिए परेशानी भरा काम हो गया है। हालांकि बुधवार की देर सायं को जिला प्रशासन के द्वारा करीब आधा सैकड़ा से अधिक किराना दुकानदारों की सूची होमडिलेवरी व्यवस्था के साथ शुरू करने की जानकारी दी गई है जिससे अब आमजन को काफी राहत मिलेगी।
बता दें कि इन दिनों जिले में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है और संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इससे बचाव के लिए प्रशासन व शासन स्तर से हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं और प्रत्येक मरीज को इलाज मिल सके इसके पूरी कोशिश की जा रही है। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर इतनी भयंकर आई है कि यह लोगों को अपनी गिरफ्त में लेकर जान ले रही है। जिला अस्पताल शिवपुरी में 12 घंटे के भीतर तीन मरीजों ने एक.एक करके दम तोड़ दिया। जबकि पिछोर में चौथे करोना मरीज की जान चली गई।
ऐसे हालातों में अब कलेक्टर ने मंगलवार को नया आदेश जारी कर शादियां, मांगलिक कार्यक्रम, मृत्युभोज, उठावनी आदि पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है जबकि राजनीतिक, खेलकूद, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, सार्वजनिक व धार्मिक कार्यक्रमों में लोगों को एकत्रित होना पूरी तरह से वर्जित कर दिया है। कोरोना महामारी से नौ दिन से लगातार मौतें हो रहीं हैं और इन नौ दिन के अंदर 20 मरीज अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं। जबकि अप्रैल महीने में कुल 21 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। अब तक कुल 64 मरीजों की जान जा चुकी है और यह मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे हालातों में प्रशासन को धीर-धीरे सबकुछ बंद करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ शहर में कई लोग बाजार आ जा रहे हैं। यदि ऐसा ही चलता रहा तो हालात कहीं अधिक गंभीर हो सकते हैं।
अब कहां जाए विवाह समारोह करने वाले परिवार
कोरोना काल के बीच अपने विवाह समारोह आयोजन की तैयारियों में जुटे परिवारों के लिए प्रशासन का नया फरमान सभी तरह की विवाह समारोह की अनुमतियां रद्द होना परेशानी का सबब बन गया है। ऐसे में 22 अप्रैल से लेकर शुरू होने वाले विवाह समारोह आगामी मई और जून तक होने है लेकिन बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच प्रशासन के द्वारा पूर्व में 20-20 लोगों की अनुमतियां दी गई थी जिस पर वर-वधु के परिजनों के आधार कार्ड प्राप्त करने के साथ अनुमतियां दी जा रही थी
इसके लिए भी कई परिवारों ने यह व्यवस्था करके एसडीएम कार्यालय में दस्तावेज जमा कर अनुमतियां प्राप्त कर ली थी लेकिन ऐन समय पर 21 अप्रैल को क्राईसेस मैनेजमेंट और शासन स्तर से आए आदेश के तहत सभी तरह के विवाह समारोह की अनुमतियां निरस्त कर दी गई और अब नई कोई अनुमति भी नहीं दी जा रही। ऐसे में अब विवाह समारोह करने वाले परिवार कहां जाए, क्या करें, कुछ समझ नहीं आ रहा जबकि कई परिवारों में तो हल्दी की रस्म तक हो चुकी है। हालांकि कई परिवार शासन के आदेश के तहत अपने विवाह समारोह स्थगित भी कर चुके है।
इनका कहना है-
शासन स्तर से आए आदेश के तहत अब विवाह समारोह की सभी अनुमतियां तो निरस्त हो चुकी है हां, यदि विवाह आवश्यक ही है तो घर में ही केवल 4-4 लोग मिलकर यह कार्य कर सकते है लेकिन यदि भीड़ की जानकारी लगी तो संबंधित विवाह करने वालों पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
अरविन्द वाजपेयी
एसडीएम, शिवपुरी
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