रंगकृपिचकारी देख बच्चों के चेहरे खिलेशिवपुरी। रंगों का त्योहार होली रेडिएंट कॉलेज के स्टूडेंट्स ने आदिवासी बच्चों के बीच मनाई। बांसखेड़ी गांव पहुंचकर जब उन्होंने बच्चों को रंग, गुलाल और पिचकारी बांटी तो खुशी से उनके मासूम चेहरे खिल उठे।
गौरतलब है कि रेडिएंट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने संवेदना कार्यक्रम के तहत आदिवासी बहुल बांसखेड़ी गांव के आदिवासी परिवारों और बच्चों की जिंदगी की बेहतरी के लिए अपनी ओर से काम करने का संकल्प लिया हुआ है। जिससे समाज में सबसे ज्यादा हाशिए पर रह रहे इस समुदाय का जीवनस्तर सुधरे। कार्यक्रम की शुरुआत रेडिएंट ग्रुप ने बीते फरवरी महीने में अपने स्थापना दिवस से की थी। जिसमें उसने स्कूल पढऩे जाने वाले सभी बच्चों को एजूकेशन किट बांटी थी।
इस कार्यक्रम में शामिल होकर रेडिएंट कॉलेज के स्टूडेंट्स के लिए यह पहला मौका था, जब उन्होंने होली एक नये अंदाज में मनाई। अपना इस अनूठा तजुर्बा बयान करते हुए पूजा ठाकुर और सेजल श्रीवास्तव ने कहा, हमारी संस्था के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए मैंने काफी कुछ सीखा। दूसरों को खास तौर पर वे जो समाज में हमसे पिछड़े हैं, उन्हें अपनी खुशियों में शरीक कर ही असली खुशी हासिल की जा सकती है।
अनस खान और शुभम सोनी ने कहाए हमने अब यह कसम ली है कि आइंदा भी समाज के अति कमजोर लोगों की जरुरत के मुताबिक मदद करेंगे। इस अवसर पर रेडिएंट ग्रुप के स्टूडेंट्स के साथ संचालक खुशी खान, शाहिद खान, कार्यक्रम के समन्वयक अखलाक खान, बांसखेड़ी स्कूल के शिक्षक जयकुमार शर्मा, राजीव शर्मा, सक्सेना के अलावा रेडिएंट कॉलेज के स्टाफ मेंबर प्रदीप खरे, श्रीमती पूनम गुप्ता, सलोनी झा, अंशुल राठौर, बलराम शर्मा, मुरारी शर्मा आदि विशेष तौर पर उपस्थित थे।
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