आर्य समाज मंदिर में तीन दिवसीय वाल्मीकि रामकथा की हुई शुरूआतशिवपुरी- वह जीवन जो दूसरों को प्रेरणा देता है, दूसरों का कल्याण करता हो, हमेशा सभी के लिए सर्वस्व समर्पित होकर सबके कल्याण की कामना करता हो, सेवा, संकल्प और साहस के धनी ऐसे भगवान श्रीराम के नाम को सार्थक करने के लिए ही महर्षि वाल्मीकि ने रामकथा लिखी ताकि मनुष्य, जीव-जन्तु और पूरा संसार राम के नाम को समझ सके, आज शिवपुरी में भी आर्य समाज के प्रतिनिधियों के द्वारा वाल्मीकि रामकथा इसलिए कराई जा रही है ताकि घर-घर राम का वास हो और इस संसार में सभी राम के नाम से अपने जीवन का कल्याण करें। उक्त आर्शीवचन दिए प्रसिद्ध आर्य वेदकथा वाचक हरियाणा से आई दीदी अंजलि आर्या ने जो स्थानीय आर्य समाज रोड़ स्थित आर्य समाज मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय महर्षि वाल्मीकि रामकथा के शुभारंभ अवसर पर वाल्मीकि के द्वारा रचित रामकथा का वाचन कर रही थी।
इस दौरान कथा प्रारंभ से पूर्व आर्य समाज के कथा यजमान श्रीमती आरती-इन्द्रजीत चावला व श्रीमती मोना-संजय ढींगरा परिवार द्वारा हवन-यज्ञ, पूर्णाहुति संपन्न कराई गई तत्पश्चात वाल्मीकि रामकथा का वाचन दीदी अंजलि आर्या के द्वारा किया गया जिनके शिवपुरी आगमन पर आर्य समाज शिवपुरी संस्थापक इन्द्रप्रकाश गांधी, समीर गांधी, हनी हरियाणी, नमन विरमानी, कपिल गुप्ता, कपिल शर्मा आदि के द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर दीदी की आगवानी करते हुए स्वागत किया गया और इसके बाद उपस्थित आर्य प्रतिनिधियों व जन सामान्य के लिए वाल्मीकि रामकथा के विभिन्न प्रसंगों पर दीदी अंजलि आर्या ने प्रकाश डालते हुए मनुष्य को श्रीराम के आदर्शाे पर चलने को लेकर कथा के माध्यम से प्रेरित किया।
दीदी अंजलि आर्या ने कथा में बताया कि बाल्मीकि रामायण ही मूल रामायण है जो कि महर्षि वाल्मीकि ने भगवान राम के समय में ही लिखी थी और भगवान राम के राज्य अभिषेक के बाद लिखी गई इसलिए यह मौलिक है प्रमाणिक है बाकी की राम कथा में जितनी भी लिखी गई वह भगवान राम के बहुत बाद में लिखी गई इसलिए उसमें लेखक की कल्पना और उस क्षेत्र की परंपराएं भी जुड़ गई इसलिए वह प्रमाणिक नहीं है। यहां बता दें कि आर्य समाज मंदिर पर विश्व विख्यात दीदी अंजलि आर्य हरियाणा के मुखारविंद से बाल्मीकि रामकथा का आयोजन 18,19एवं 20 मार्च तक किया जाएगा जिसमें सुबह 8:30 से 10:30 बजे तक एवं शाम 8 बजे से 10 बजे तक विभिन्न कार्यक्रम होंगें। आर्य समाज परिवार शिवपुरी ने समस्त धर्मप्रेमीजनों ने आर्य समाज मंदिर में पहुंचकर वाल्मीकि रामकथा का पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह किया है।
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