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Wednesday, March 24, 2021

मानसिक स्वास्थ्य शिविर सह जागरुकता कार्यक्रम में 42 रोगी हुए लाभान्वित


समाज में मानसिक रोगी को हीन भावना से देखा जाता है इसीलिए लोग इसे छुपाते है इसे छुपाने के बजाए ईलाज कराएः डा अर्पित बंसल

शिवपुरी ।आदिवासी बाहुल्य एवं अति पिछ़ड़े शहरी क्षेत्र मदकपुरा में बुधवार को आयोजित विशाल मानसिक स्वास्थ्य  जांच सह जागरुकता शिविर में 80 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसमें 42 लोगों में मानसिक रोग संबंधी लक्षण मिलने पर उन्हें आवश्यक परामर्श के साथ ही औषधि भी दी गई। शिविर का उद्घाटन नोडल अधिकारी  राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के मनोचिकित्सक डा अर्पित बंसल ने किया। उन्होंने मौजूद मानसिक रोगियों के स्वजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी द्वारा अलग अलग मानसिक दबाव का अनुभव किया जाता है जो विभिन्न मानसिक रोगों का कारण होता है। 

मनोचिकित्सक  डॉक्टर अर्पित बंसल ने कहा कि शिविर का मुख्य उद्देश्य समाज में यह जागरूकता लाना है कि मानसिक रोग भी अन्य रोगों के समान ही है। समाज में इससे ग्रसित लोगों को हीन भावना से देखा जाता है। इस कारण लोग इसे छुपाते हैं। इन्हें छुपाने के बजाय सामने लाएं और इलाज कराएं। मनोचिकित्सक ने मानसिक रोगों के विभिन्न लक्षणों को बताते हुए शिविर में आए लोगों को मानसिक रोगों के प्रति जागरूक किया। मनोचिकित्सक डा बंसल ने मानसिक मंदित बच्चों का बुद्धि का परीक्षण कर बच्चों को जिला चिकित्सालय में जांच  के लिए  भेजा। कार्यक्रम का आयोजन शक्तिशाली महिला संगठन , स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग ने संयुक्त रूप से किया। 

कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने बताया कि मदकपुरा में यह पहला मानसिक स्वास्य जाचं सह जागरुकता शिविर  आयोजित किया जिसका कि उद्देश्य मदकपुरा क्षेत्र के बच्चे , किशोरी , महिलाए एवं पुरुषों जो कि कहीं न कही तनाव में है उनको तनाव से मुक्ति दिलाना है। कार्यकम में परियोजना अधिकारी नीलम पटेरिया ने कहा कि मानसिक विकार से ग्रसित व्यक्ति को झाड़.फूंक के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। उसे मानसिक रोग विशेषज्ञ को दिखाकर इलाज कराना चाहिए। क्योंकि इलाज कराने से ही मानसिक बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। 

कार्यक्रम का संपादित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रमोद गोयल ने ने बताया कि नींद न आना,तनाव, घबराहट, जीवन के प्रति निराशा, डर लगना, व्यवहार में अचानक तेजी आना आदि मानसिक रोग की देन हो सकता है। इनका चेकअप कराकर इलाज कराएं। शिविर में चिटोरीखुर्द गांव से आए राजेन्द्र यादव जिसको कि लोटन कहकर पुकारते है  एवं गावं के सब लोग राजेन्द्र का मजाक उड़ाते है एवं पागल पागल कहते है उसको न्यूट्रीशन चैम्पियन सोनम शर्मा के द्वारा जांच शिविर में लाया गया एवं राजेन्द्र को मिर्गी के दौरे के कारण वह ऐसा व्यवहार कर था उसको डाक्टर अर्पित बंसल ने देखा एवं आवश्यक दवाईया निशुल्क प्रदान की । 

कार्यक्रम में डाक्टर अर्पित बसंल एवं श्रीमती नीलम पटेरिया को पौधा देकर उनको स्वागत किया।  इस दौरान, कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल एवं शक्तिशाली महिला संगठन की पूरी टीम  पर्यवेक्षक सुश्री निवेदिता मिश्रा, श्रीमती मधू यादव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रजनी वर्मा , रजनी सेन, आंगनवाड़ी सहायिका राधा यादव, सुपोषण सखी विमला जाटव , आशा कार्यकर्ता रेखा रजक , अनीता पाल, किशोरी बालिकाए एवं समुदाय के महिला पुरुष एवं बच्चे आदि मौजूद रहे।

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