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Monday, January 25, 2021

त्याग, सादगी सहजता वात्सल्य, सेवा और समर्पण की प्रतिमूर्ति राजमाता विजयाराजे सिंधिया : राजू बाथम


भाजपा जिला कार्यालय पर मनाई गई कै.अम्मा महाराज की पुण्यतिथि

शिवपुरी-भारतीय जनता पार्टी की संस्थापक सदस्या श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी ने कांग्रेस की  निरंकुश सरकार एवं आपातकाल में जनता के लिए राजसी वैभव छोड़कर अपना सर्वस्व जनसेवा में न्यौछावर कर राजमाता से लोकमाता बनने वाली त्यागए सादगी सहजता वात्सल्यएसेवा और समर्पण की प्रतिमूर्ति रही है, राजमाता विजयराजे सिंधिया भारत की राजनीति में महिला सशक्तिकरण की अप्रतिम हस्ताक्षर रही है भारतीय जनता पार्टी की संस्थापक सदस्या होने के साथ.साथ कभी भी पद या सत्ता का मोह नहीं किया है 

कई बार ऐसे क्षण आए जब संगठन ने राजमाता जी को सत्ता का प्रमुख बनाने का निर्णय लिया लेकिन उन्होंने हमेशा राजनीति को जनसेवा का माध्यम बनाया और बिना पद के लगातार जन सेवा करते रहे उनमें वात्सल्य की छवि थी साथ चल रहे प्रत्येक कार्यकर्ता के रुकने ठहरने से लेकर भोजन तक की चिंता स्वयं राजमाता जी अपने दौरे के समय किया करते थे इसलिए उन्हें ममतामयी, वात्सल्य की प्रतिमूर्ति कहां जाता है उक्त विचार आज जिला कार्यालय पर राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की पुण्यतिथि के अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष राजू बाथम ने व्यक्त किये।  

प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने राजमाता जी के राजनैतिक जीवन पर विस्तृत विषय रखते हुए कहा कि राजमाता विजया राजे सिंधिया अनेक बार देश की सांसद, राज्यसभा सांसद एवं मध्यप्रदेश में विधायक भी रहीं।वे सरलता सहजता और संवदेनशीलता की त्रिवेणी रहीं हैं। इसी व्यवहार ने उन्हें राजमाता से लोकमाता बनाया है। उनके समर्पण और प्रयास से भारतीय जनता पार्टी निरंतर आगे ब? रही है। कार्यक्रम का संचालन जिला कार्यालय मंत्री अमित भार्गव ने किया। 

राजमाता जी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा, अजीत जैन, नरेंद्र विरथरे, राजकुमार खटीक, हेमंत ओझा, मुकेश चौहान, बीनू शर्मा, मंजुला जैन, गायत्री शर्मा, दिलीप मुद्गल, अमित भार्गव, डॉ महेश आदिवासी, बृजेश विरथरे, मनोज शर्मा, बीरेंद्र रावत, हरवीर सिंह, मुन्ना लाल कुशवाह, राकेश गुप्ता, डॉ सतीश भार्गव, संजय शर्मा, आशीष सेन, प्रकाश राठौर आदि उपस्थित रहे।

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