अब हुए सेवानिवृत्त तो साथियों ने भी सराहा काम को, मिशाल दे गए सहकारी निरीक्षक रमेश चंद जैनशिबपुरी-कहावत है कि काजल की कोठरी में रहते कोई काले से सफेद होकर नहीं निकल सकताए बावजूद इसके कई लोग ऐसे होते हैं जो काजल की कोठरी में रहने के बावजूद भी अपने सफेद दाग को कभी भी काला नहीं होने देतेए इन्हीं में शामिल है मध्यप्रदेश सहकारिता विभाग में पदस्थ सहकारी निरीक्षक रमेश चंद्र जैन जिन्होंने अपने 40 वर्ष की आयु शासन की सेवा में लगा दी और अब जब वह सेवानिवृत्त हुए ईमानदारी की मिसाल अपने साथी सहयोग दे गए
क्योंकि अक्सर कहा जाता है कि ऐसा कोई भी शासकीय विभाग नहीं है जहाँ बिना रिश्वत के कोई काम किया जाए लेकिन अपने मूल्यों सिद्धांतों पर जीवन जीने वाले रमेश चंद्र जैन सहकारी निरीक्षक होने के बावजूद भी कभी भी रिश्वत जैसे मामले को सामने आने नहीं दिया और यदि जब आया तो उन्होंने उस रास्ते को ही बदल दियाए ऐसे में अपनी ईमानदारी मिसाल के साथ आज वह भले ही सेवानिवृत्त हो गए पर उनके साथ कार्य करने बालों ने भी यह संकल्प लिया है अब से रमेश चंद जैन जीवन व्यतीत करेंगे इस तरह इस तरह सहकारिता विभाग से रमेश चंद जैन के सेवानिवृत्त होने पर उनके अन्य अधिकारी और कर्मचारी आदि ने शॉल श्रीफल उपहार भेंट कर उन्हें भावभीनी विदाई दी।
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