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Sunday, January 3, 2021

जीवन में सिद्धांत और मूल्य की पहचान थी स्व.श्रीमती उर्मिला गांधी : पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल


आर्य समाज मंदिर परिसर में मनाई गई संस्थापिका स्व.श्रीमती उर्मिला गांधी की प्रथम पुण्यतिथि, 11 गायत्री मंत्र की आहुतियां दी

शिवपुरी- यूं तो जीवन हर कोई जीता है लेकिन कुछ लोग होते है जो अपने सिद्धांतों और मूल्यों के साथ जीवन जीते है, हालांकि मैं स्व.श्रीमती उर्मिला गांधी जी के जीवन के बारे में ज्यादा तो नहीं जानता लेकिन जब से शिवपुरी आया हूं तब से उनके परिजन गांधी परिवार के बीच जरूर संपर्क रहा और यही कारण है कि आज उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर अन्य वक्ताओं द्वारा स्व.श्रीमती गांधी के जीवन के बारे में जानने का अवसर मिला और इसी आधार कह सकता हॅू कि स्व.श्रीमती उर्मिला गांधी ने अपने जीवन में सिंद्धात और मूल्यों को तरजीह दी जो उनकी पहचान बन गया,यही कारण है कि आर्य समाज आज व्यापक रूप में अपनी सहभागिता हरेक सेवाभावी कार्र्यो में आगे बढ़कर निभाता है। 

उक्त उद्गार व्यक्त किए पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने जो स्थानीय आर्य समाज मंदिर में आयोजित स्व.श्रीमती उर्मिला गांधी के प्रथम पुण्य स्मरण पर आयोजित कार्यक्रम में अपना वक्तव्य देकर स्व.श्रीमती गांधी को श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे थे। 

इस दौरान वरिष्ठ समाजसेवी व व्यापमं सदस्य आलोक एम.इंदौरिया, सिविल सर्जन डॉ.पी.के.खरे भी मौजूद रहे जिन्होंने भी अपने वक्तव्य के माध्यम से स्व.श्रीमती उर्मिला गांधी के जीवन पर प्रकाश डाला और उन्हें सादा जीवन उच्च विचार की महिला बताया। इस दौरान आर्य समाज के प्रदेशाध्यक्ष व गांधी परिवार के मुखिया इन्द्रप्रकाश गांधी ने अपने शब्दों के माध्यम से अपनी जीवन संगिनी स्व.श्रीमती उर्मिला गांधी के साथ बिताए गए पलों को स्मरण किया।

इस अवसर पर लखवीर सिंह राणा द्वारा बताया गया कि किस प्रकार से स्व.श्रीमती उर्मिला गांधी का यज्ञ के प्रति लगाव था कि वह यज्ञ को लेकर छोटे-छोटे बच्चों के लिए संस्कार शाला चलाती थी और घर-घर जाकर यज्ञ सिखाने का कार्य भी करती थी और यह तो ठीक यदि उन्हें कहीं जानकारी मिल जऐं कि फलां स्थान पर यज्ञ होना है तो वहां अपने स्वास्थ्य की भी वह परवाह नहीं करती और स्वयं उस स्थान पर पहुंचकर यज्ञ में भाग लेती। 

साथ ही पुत्र समीर गांधी ने अपनी पूज्य माता के नाम पर उनके निधन के पश्चात 11 लाख रूपये की राशि दान कर ट्रस्ट बनाकर सेवा कार्य किए जिसमें 6 लाख रूपये की अपना घर आश्रम को भूमि दान करना शामिल रहा शेष राश् िसे अन्य कार्य हुए और अब इस ट्रस्ट में वर्तमान में 5 लाख 51 हजार रूपये की राशि मौजूद है पुण्यतिथि के इस अवसर पर गांधी परिवार ने इसमें 2 लाख 51 हजार की राशि और दान की घोषणा की और वहां उपस्थित डॉक्टर्स से आह्वान किया कि आपके पास जो भी निर्धन रोगी आए और उसे इलाज के लिए आवश्यकता हो तो कृप्या आर्य समाज भेजे दें यहां ट्रस्ट उनकी यथासंभव सहायता करने का प्रयास करेगा जो पीडि़त मानवता के लिए सेवा कार्य में यह राशि व्यय की जाएगी। 

इस अवसर पर अन्य वक्ताओं में लखवीर सिंह राणा, हनी हरियाणी, सचिन सोनी, राजेन्द्र गुप्ता, धर्मेश आरोरा, डॉ.शैलेन्द्र गुप्ता, भरत अग्रवाल, संतोष शिवहरे, मुकेश जैन, तरूण अग्रवाल आदि के द्वारा भी अपनी भावभानी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए स्व.श्रीमती उर्मिला गांधी के जीवन पर वक्तव्य के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की। 

पीताम्बरा पीठ के साधक एड.गिरीश गुप्ता ने अपने वक्तव्य में श्रीमती गांधी को उच्च कोटि की साधक बताया। इस अवसर पर 11 हजार गायत्री मंत्रों की आहुतियां दी गई जिसमें सभी आर्यजनों से सपिरवार भाग लिया। अंत में सभी ने आयोजित प्रसाद ग्रहण किया।

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