कहा पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती बस आवश्यकता है बुलंद हौंसलें कीशिवपुरी- कहा जाता है कि पढ़ाई-लिखाई करने के लिए कोई उम्र नहीं होती और यह कर दिखाया है शिवपुरी निवासी वर्तमान में श्योपुर जेल अधीक्षक व्ही.एस.मौर्य ने जिन्होंने 57 वर्ष की आयु में एम.ए.की डिग्री प्राप्त की और अब वह भविष्य में पीएचडी को लेकर तैयारी कर रहे है। इस दौरान जेलर व्ही.एस.मौर्य ने बताया कि आज 36 वर्षों बाद मुझे लगा कि मैं अपने जेल में शिक्षा अध्यापन कैदियों के लिए करा सकता हॅू तब इन हालातो में अपने कार्यों के बीच कुछ समय निकालकर स्वयं की भी अधूरी शिक्षा को पूरी कर सकता है।
बस इसी संकल्प और बुलंद हौसंलों के चलते जेलर व्ही.एस.मौर्य ने अपने अध्यापन कार्य को निरंतर जारी बनाए रखने के लिए वर्ष 2020 जून में महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय से एम ए फायनल की परीक्षा दी और घोषित परीक्षा परिणा में वह उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कुल 600 अंक में से 430 अंक प्राप्त करते हुए 72 प्रतिशत अंकों से प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए। इस तरह जेलर व्ही.एस.मौर्य ने अपनी 57 वर्ष की उम्र में इतिहास रचते हुए अन्य लोगों को संदेश देने का कार्य किया है जो कभी अपनी अधूरी शिक्षा को बीच में ही छोड़ गए थे अब संभवत: ऐसे लोग जेलर श्री मौर्य से प्रेरणा लेकर अपना अध्यापन कार्य आगे भी जारी रख सकेंगें।
जेलर व्ही.एस.मौर्य की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई देने वालों में ईष्टमित्रों हनुमान त्रिपाठी, कैलाश पाराशर, डॉ.इकबाल, डॉ.एस.एन.शर्मा, मीडिया से गिरिराज शर्मा, मुश्ताक अहमद, नीरज शर्मा, रशीद खान, राजू ग्वाल, मणिकांत शर्मा व विक्रम जाट आदि शामिल है।
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