शिवपुरी। शिवपुरी में जीरो से 40 प्रतिशत जिन हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल का विषय वार रिजल्ट कम रहा है उन शिक्षकों की दक्षता संवर्धन परीक्षा इसी माह की 27 तारीख को उत्कृष्ट शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 1 में दोपहर 12 बजे से आयोजित की जानी है। उक्त परीक्षा के विरोध स्वरूप मध्य प्रदेश भर में आज शिवपुरी जिले में विभाग की कमिश्नर के नाम शासकीय अध्यापक संगठन द्वारा एक ज्ञापन सौंपा गया।
यहां याद दिला दें इसी परीक्षा का पिछली वर्ष विरोध करते हुए धर्मेंद्रसिंह रघुवंशी, गयादीन खटीक, तारिक सिद्धकी, वंदना शर्मा यह चार लोग सस्पेंड कर दिए गए थे तथा परीक्षा में असफल रहे मध्य प्रदेश भर से 16 शिक्षकों को जबरन सेवानिवृत्ति देकर घर बिठा दिया गया था। आज उनके परिवार की हालत अत्यंत दयनीय है क्योंकि पेंशन के नाम पर एनपीएस जैसी योजना वर्तमान में लागू है जिसमें बमुश्किल 500 से 1000 रुपए तक पेंशन स्वरूप मिलता है जिसमें कोई भी परिवार अपना गुजारा नहीं कर सकता।
कहने का तात्पर्य परीक्षा में जो शिक्षक असफल रहते हैं तो विभाग द्वारा जबरन सेवानिवृत्ति देकर घर बैठा देता है उसी तरह की परीक्षा इस बार आयोजित हो रही है। इसके पश्चात कैचमेंट शालाओं के शिक्षकों की परीक्षा होना भी तय है। ज्ञापन में बताया कि सेवानिवृत्ति जैसा दंड ना देकर कोई और रास्ता भी निकाला जा सकता है। ज्ञापन सौंपते समय बीआरसीसी अचलसिंह कुशवाह, धर्मेंद्रसिंह रघुवंशी, अनिल मलावरिया, नगेंद्र रघुवंशी, रवि चौधरी द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
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