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Friday, December 4, 2020

भारतीय नौ सेना दिवस पर शिवपुरी के पूर्व नेबी आफीसर मंसूर अहमद का शाॅल श्रीफल व पौधा देकर सम्मानित किया


युवाओ को  निडर होकर भारतीय नौसेना में अपनी सेवाए देने को आगे आना चाहिए. पीटी नेबी आॅफीसर मंसूर अहमद 

शिवपुरी । स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन शिवपुरी द्वारा भारतीय नौसेना दिवस पर वाण गंगा स्थित अपने कार्यालय पर शिवपुरी के एक मात्र रिटायर्ड पीटी नेबी आॅफीसर श्री मंसूर अहमद को श्रीफल,शाॅल  एवं पौधा देकर सम्मनित किया एवं गर्भ महसूस किया । एवं उनसे अपने अनुभव बताने का अनुरोध किया । ज्ञात हो कि देश आज नौसेना दिवस मना रहा है। हर साल चार दिसंबर को देश के जाबांज जवानों को याद करते हुए नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर युवाओं को भारतीय नौसेना में आगे आना चाहिए और निडर होकर देश की रक्षा के लिए पूरे समर्पण भाव से देश की सेवा करना चाहिए। 

संस्था शक्तिशाली महिला संगठन के कार्यक्रम संयोजक रवि गोयन ने बताया कि संस्था ने सर्वप्रथम देश के जवानों को नौसेना दिवस की बधाई दी और जवानों के जज्बे को सलाम किया। साथ ही नौसेना के पूर्व पीटी अफसर मंसूर अहमद जी को सम्मानित करके नौसेना दिवस मनाया। एवं उनसे नौ सेना में सेवा के दौरान उनके अनुभव टीम के साथ साझा किए इस दौरान श्री मंसूर अहमद बम्बई वाले काफी प्रसन्न हुए उन्होने संस्था के नेवी  डे मनाने एवं सम्मान करने पर प्रसन्नता जाहिर की । पूर्व नौसेना पीटी आफीसर मंसूर अहमद ने बताया कि बता दें कि चार दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारतीय नौसेना एक संतुलित त्रिआयामी शक्ति है जो महासागरों की सतह पर उसके ऊपर और उसके नीचे  हमारे राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने में सक्षम है। 

नौसेना भारतीय सशस्त्र बलों की समुद्री शाखा है और भारतीय नौसेना के कमांडर.इन.चीफ भारत के राष्ट्रपति हैं।  उन्होने बताया  कि मैने 1969 में नेवी ज्वाइन की थी और पूरे 11 साल आईएनएस विक्रान्त पर अपनी सेवाए दी और देश की रक्षा के खातिर 1971 मे पाकिस्तान के अन्दर घुसकर उनके कैम्पो पर आंक्रमण किया था और विजय प्राप्त की थी। उन्होने बताया कि मेरे दोनेा बच्चे भी नेबी में सेवाऐ दे चुके है । उन्होने कहा कि मेने 30 साल भारतीय नौसेना में अपनी सेवा दी इस  दौरान कई अच्छे अनुभव मिले अभी में कैसंर एंव कई जटिल बिमारियों से लड़ रहा हूं मगर मेरा हौसला इतना बुलुन्द है कि कभी हार नही मानी और आज भी मेरा संघर्ष जारी है।

 मुझे बम्बई वाले के नाम से पहचानते है। युवाओं से मेरी अपील है कि वह निडर होकर भारतीय नौसेना मे जाए और देश एवं अपने जिले का मान बढ़ाए एंव नाम रोशन करें । कार्यक्रम में संस्था के  संयोजक रवि गोयल,  मंसूर साबह की धर्मपत्नि श्रीमती नफीसा बेगम एवं उनके बेटे मकसूद अहमद साहब रिटायर्ड इंडियन नेवी , पोता फैज अहमद, लक्की राजा, शिफा के साथ साथ साहबं सिंह धाकड, श्रीमती कमलेश कुश्वाहा, एवं हेमन्त उचवारे उपस्थित थे।

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