कोरोना काल के बीच महिलाओं की भीड़ जुटी भुजरिया तालाब परमोरछठ का पर्व मनाने पहुंची महिलाऐं, भूली सोशल डिस्टेंस और मास्क की अनिवार्यता
शिवपुरी-इन दिनों कोरोना काल चल रहा है और इस कोरोना के कारण शिवपुरी में कोरोना मरीजों की बढ़ती हुई संख्या 700 के पार हो चुकी है बाबजूद इसके लोग जागृत होने के बाद भी कोरोना काल के नियमेां की अव्हेलना कर रहा है। कुछ ऐसा ही नजर देखने को मिला सोमवार के दिन मोरछठ के अवसर पर जहां महिलाऐं विवाह बाद सरयू में पूजा-अर्चना के बाद बहाए जाने वाले मोर सिराने पहुंची और यह भीड़ जुटी भुजरिया तालाब पर जहां महिलाऐं एक ओर सोशल डिस्टेंस भूली तो दूसरी ओर मास्क की अनिवार्यता को भी महिलाओं ने दरकिनार कर दिया।
यहां सैकड़ों की संख्या में महिलाऐं अपने परिजनों के साथ मोर सिराने पहुंची और शासन-प्रशासन के नियम निर्देश यहां धूमिल होते हुए नजर आए। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो किसी प्रकार के मेले भी आयोजित ना करने के निर्देश है बाबजूद इसके प्रशासन की नाक के नीचे भुजरिया तालाब पर महिलाओ की इस भीड़ ने हालात मेले का आयोजन जैसे निर्मित किए और यहां सुरक्षा के कोई इंतजामात नहीं दिखे। बता दें कि प्रतिवर्ष मोर छठ के दिन यह पर्व मनाया जाता है इस दिन महिलाऐं अपने घरों में हुए विवाह समारोह में उपयेाग किए गए मोर को लेकर सिराने पहुंचती है और यह विवाह के बाद पहला महिलाओं के द्वारा किए जाने वाला कार्यक्रम होता है जिसके चलते नदी और तालाब में इन मोर को सिराने का प्रावधान है। इन हालातों में हजारों की तादाद में भुजरिया तालाब पर महिलाओं की भीड़ उमड़ी और यहां महिलाओं ने अपने पूजा-अर्चना कर मोर को भुजरिया तालाब में सिराया।
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