Responsive Ads Here

Shishukunj

Shishukunj

Friday, August 21, 2020

छठवाँ डॉ. चन्द्रपाल सिंह सिकरवार स्मृति सम्मान समारोह इस बार ऑनलाइन वर्चुअल माध्यम से हुआ सम्पन्न

कोर्स खत्म होने के बाद भी विद्यार्थियों के बीच क्लासरूम बनकर मौजूद रहे वही सच्चा गुरु : सांसद राकेश सिंह

शिवपुरी- कोर्स खत्म होने के बाद भी विद्यार्थियों के बीच क्लासरूम बनकर मौजूद रहे वही सच्चा गुरु होता है। प्रोफेसर चन्द्रपाल सिंह सिकरवार ऐसे ही गुरु थे जिन्हें उनके शिष्य आज इतने वर्ष गुजर जाने के बाद भी आदर और श्रद्धा के साथ याद करते हैं। प्रोफेसर चन्द्रपाल सिंह सिकरवार जैसे आदर्श प्राध्यापक से उनके जीवन में मैं मिल नहीं सका इस बात का मुझे हमेशा रंज रहेगा। उक्त उदगार जबलपुर सांसद और लोकसभा के मुख्य सचेतक राकेश सिंह ने डॉ.चन्द्रपाल सिंह सिकरवार स्मृति सम्मान समारोह को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिल्ली से संबोधित करते हुए व्यक्त किये।

सांसद राकेश सिंह ने कहा कि प्रोफेसर सिकरवार ने अपनी 41 साल की शासकीय सेवा की साधना और उसके बाद 09 साल सेवानिवृत्ति के बाद अर्थात 50 साल या कह सकते हैं कि आधी सदी का समय विद्यार्थियों को एकनिष्ठ भाव से प?ाकर उनके कैरियर निर्माण के सपनों को आकार देने में समर्पित कर दिया। इस दौरान उन्होंने अपनी क्लास का एक भी लेक्चर कभी नहीं छोड़ा। उन्होंने अपनी शासकीय सेवा के इतने लंबे कालखण्ड में कभी भी एक भी सी.एल. ईण्एलण्ए मेडिकल अवकाश कभी नहीं लिया। यह अपने आप में शासकीय सेवा के मामले में एक अदभुत मिसाल है। 

यह बात आज के दौर में दुनिया में एक मिसाल की तरह है कि एक व्यक्ति अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए इतना एकनिष्ठ समर्पित रहा कि उनकी कक्षाएं बाधित न हों इसलिए वे अपने एकमात्र छोटे भाई की शादी में तक नहीं गये। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि त्यागए तपस्या और साधना की अदभुत मिसाल प्रोफेसर सिकरवार रहे हैं। वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मण्प्रण् लोकसेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार पाण्डेय ने कहा कि विद्वता के साथ आचरण और कृतित्व का महत्व होता है। प्रोफेसर चन्द्रपाल सिंह सिकरवार विद्वता के शिखर पर तो थे ही लेकिन साथ ही उनका आचरण और कृतित्व बढ़ा शुद्ध और प्रामाणिक था। विचारों और आचरण में समरूपता होने की वजह से समाज में असीम आदर और श्रद्धा का स्थान उन्हें प्राप्त हुआ।

कॉमर्स के प्रो.जीपी शर्मा को प्रदाय किया गया डॉ.चन्द्रपाल सिंह सिकरवार सम्मान

शासकीय पी.जी.कॉलेज शिवपुरी में पदस्थ कॉमर्स के प्रोफेसर जी.पी.शर्मा को डॉ.चन्द्रपाल सिंह सिकरवार स्मृति सम्मान 2020 से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक एवं आयोजन समिति के संरक्षक प्रहलाद भारती, राजेन्द्र वर्मा, केशव शर्मा, भरत भार्गव, डॉ. आर.आर.धाकड़, तरुण अग्रवाल ने प्रोफेसर जी.पी.शर्मा के निवास पर पहुंचकर वर्चुअल कार्यक्रम में वहीं से ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर उन्हें सम्मान-पत्र सौंपा एवं शॉल, श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। प्रोफेसर जी.पी.शर्मा को यह सम्मान उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपने कर्तव्यों और दायित्वों का निर्वाह कठिन शारीरिक चुनौतियों के बावजूद भी ईमानदारी एवं प्रामाणिकता के साथ करने के लिए प्रदान किया गया है।

No comments:

Post a Comment