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Thursday, August 27, 2020

कैबीनेट मंत्री के सामने सिंधियानिष्ठ मंत्री के प्रोटोकॉल की हुई अव्हेलना


भाजपा जिलाध्यक्ष यशोधरा राजे की अनदेखी से दिखाई दिए खिन्न

-राकेश शर्मा-

शिवपुरी
-मध्यप्रदेश सरकार की तकनीकि शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार व खेल युवक कल्याण कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के शिवपुरी प्रवास के दौरान हुए शासकीय कार्यक्रमों में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री सुरेश रांठखेड़ा जो राज्यसभा सदस्य भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के विश्वसनीय है के प्रोटोकॉल को लेकर बड़ी अव्हेलना देखने में आई। जिससे सिंधियानिष्ठ मंत्री सुरेश रांठखेड़ा सतनबाड़ा स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर के बाद कैबीनेट मंत्री के अन्य सभी कार्यक्रमों में शामिल ना होकर अपनी नाराजगी प्रकट की। 

वहीं भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष राजू बाथम भी कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की इस तरह की गई अव्हेलना से खिन्न दिखाई दिए। सतनबाड़ा इंजीनियरिंग कॉलेज संभावित उप चुनाव क्षेत्र पोहरी के अंतर्गत आता है जहां से भारतीय जनता पार्टी ने सुरेश रांठखेड़ा को अपना प्रत्याशी अघोषित तौर पर घोषित कर दिया है।

कैबीनेट मंत्री बनने के बाद यशोधरा राजे सिंधिया के पहले नगरागमन को लेकर कई मतभिन्नताऐं उजागर हुई है। एक तरफ जहां उन्होंने पार्टी की गाईडलाईन से हटकर जिलाध्यक्ष राजू बाथम को वह तवज्जो नहीं दी जिसके वह हकदार थे। इसके अलावा सत्ता पक्ष की ओर से शिवपुरी जिले में यशोधरा राजे सिंधिया के बाद दूसरे राज्यमंत्री सुरेश रांठखेड़ा को ज्योतिरादित्य सिंधिया की पैरवी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बनाया है उनकी भी शासकीय कार्यक्रमों में यशोधरा राजे सिंधिया के रहते हुए बड़ी अव्हेलना हुई। 

सूत्रों के मुताबिक यशोधरा राजे सिंधिया शिवपुरी में आने के बाद सतनबाड़़ा स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज का भ्रमण करने गई हुई थी और उनके काफिले में तमाम भारतीय जनता पार्टी के लोगों के साथ-साथ वह लोग भी थे जिन्होंने विगत सप्ताह ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा है उन्हीं में मंत्री सुरेश रांठखेड़ा भी थे जो सतनबाड़ा पहुंचे लेकिन वहां भोपाल से आए हुए सभी अधिकारियों के समक्ष और शिवपुरी जिला व पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में यशोधरा राजे सिंधिया ने लगभग 90 मिनिट तक मीटिंग करके कॉलेज परिसर का भ्रमण किया।

 इस दौरान उनके रहते हुए राज्यमंत्री सुरेश रांठखेड़ा मंत्री के प्रोटोकॉल का उल्लंघन होता दिखाई दिया, ना तो उन्होंने मीटिंग में अपने साथ राज्यमंत्री सुरेश रांठखेड़ा को बिठाया और ना ही राज्य शासन के अधिकारियों के समक्ष एक मंत्री की हैसियत से उनको तवज्जो दी। एक कर्मचारी नेता ने बताया कि मीटिंग में नहीं बल्कि बाहर के हॉल में हम लोग बैठे रहे और राजे साहब अंदर मीटिंग लेती रही। अनौपचारिक बातचीत में दु:खी मन से एक मीडियाकर्मी के सामने मंत्री सुरेश रांठखेड़ा ने यह भी कहा कि भाई यह बड़े लोग हैं, मैं क्या कर सकता हॅंू? गौरतलब है कि शिवपुरी जिले की दो विधानसभा सीट करैरा और पोहरी में उप चुनाव होना है। जिला प्रशासन के माध्यम से यहां के दोनों भाजपा से संभावित प्रत्याशियों सुरेश रांठखेड़ा और जसवंत जाटव को जनता की कई समस्याओं का और जनहित के कार्यों का निराकरण भी करवाना है लेकिन मप्र प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष उनके प्रोटोकॉल की जो धज्जियां उड़ी उससे उनके विधानसभा क्षेत्र पोहरी पर जो दुष्प्रभाव पड़ेगा, इसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को उठाना पड़ सकता है। 

अपनी उपेक्षा से आहत मंत्री सुरेश रांठखेड़ा ने नाराजगी जताते हुए सतनबाड़ा कार्यक्रम से यशोधरा राजे सिंधिया के सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार कर दिया। भाजपा के जिलाध्यक्ष जो कि केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के समर्थक माने जाते है संगठन के मुखिया होने के नाते उनकी भी अव्हेलना कैबीनेटि मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के समक्ष हुई जिसको लेकर उन्होंने भी कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के शेष कार्यक्रमों में जाने से परहेज कर लिया। यहां यह स्पष्ट करना मुनासिब होगा कि भारतीय जनता पार्टी में राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के बढ़ते हुए कद को लेकर उनके विरोधियों में भी हलचल पैदा हुई है। भारतीय जनता पार्टी की संस्थापक अम्मा महाराज के उत्तराधिकारी के तौर पर पिछले 30 वर्षों से राजनीति में जनप्रतिनिधि के तौर पर जो लाभ यशोधरा राजे सिंधिया लेती रहीं है अब अपने भविष्य को लेकर उस राजनैतिक उत्तराधिकार को अंधकारमय होते हुए देखकर यशोधरा राजे सिंधिया ज्योतिरादित्य सिंधियानिष्ठ भाजपाईयों को प्रेशर में लेने का प्रयास कर रहीं है।

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