डॉं मसानिया विगत 10 वर्षों से हिंदी गायन की विशेष विधा जो दोहा चौपाई पर आधारित है, चालीसा लेखन में लगे हैं। इन चालिसाओं को अध्ययन की सुविधा के लिए शैक्षणिक, धार्मिक महापुरुष, महिला सशक्तिकरण आदि भागों में बांटा जा सकता है उन्होंने अपने 10 वर्ष की यात्रा में शानदार 50 से अधिक चालीसा लिखकर एक रिकॉर्ड बनाया है। मजेदार बात यह है कि इनका प्रथम अंग्रेजी चालीसा दीपावली के दिन सन 2010 में प्रकाशित हुआ तथा 50 वां चालीसा रक्षाबंधन के दिन 3 अगस्त 2020 को सूर्यकांत निराला चालीसा प्रकाशित हुआ।
शिवपुरी- आगर मालवा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आगर के व्याख्याता डॉ दशरथ मसानिया साहित्य के क्षेत्र में अनेक उपलब्धियां दर्ज हैं। 20 से अधिक पुस्तके, 50 से अधिक नवाचार है। इन्हीं उपलब्धियों के आधार पर उन्हें मध्यप्रदेश शासन तथा देश के कई राज्यों ने पुरस्कृत भी किया है।
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