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Shishukunj

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Friday, July 17, 2020

आदिवासी वस्ती गौशाला में शिशु रोग विशेषज्ञ डा निसार अहमद ने कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य जांच की

अति कम वजन का बालक शैलेन्द्र के घर जाकर फलदार पौधे रोपित किये डा निसार ने

वारिश के मौसम में छोटे बच्चों के खानपान का विशेष ध्यान रखें बच्चों के पालक:- डा निसार अहमद

शिवपुरी। स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन द्वारा बिट्रानिया न्यूट्रीशन फाउण्डेशन एवं महिला बाल विकास विभाग के सहयोग से   सोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आदिवासी बाहुल्य गौशाला एवं मदकपुरा शहरी क्षेत्र  में कोविड 19 संक्रमण के कारण गरीब पिछड़े आदिवासी बच्चों के माता पिता  जो कि कोरोना के डर के कारण अपने बिमार बच्चों का ईलाज कराने जिला चिकित्सालय नही जा पा रहे है ऐसे कमजारे व  अति कम वजन वाले बच्चों के स्वास्थ्य की जांच शिशु रोग विशेषज्ञ डा0 निसार अहमद द्वारा की गई एवं आवश्यक दवाईयां एवं पौष्टिक आहार प्रदान किया गया।  

अधिक जानकारी देते हुये संस्था के समन्वयक रवि गोयल ने बताया कि आज मदकपुरा एवं गौशाला में 30 बिमार एवं अति कम वजन वाले  बच्चों के लिए आज डा. निसार अहमद शिशु रोग विशेषज्ञ ने सोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हर एक बच्चें को सेनिटाईजर से हाथ साफ कराकर जांच की। डा निसार अहमद ने इससे पूर्व में भी बड़ौदी में जाकर कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की थी आज इसी कड़ी में मदकपुरा एवं गौशाला के बच्चे खासातौर से कुपोषित बच्चों की जांच करके उनको आवश्यक दवाईयां पौष्टिक आहार एवं समझाईश प्रदान की।  

प्रत्येक माता पिता को बच्चों के पोषण स्तर पर एवं कोविड 19 के संक्रमण से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता हैं डाॅक्टर निसार द्वारा 30 अति कम वजन एवं कम वजन के  कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की एवं उनको पोषण स्तर सुधारने के लिए स्पेशल न्यट्रीशनल डाईट वितरित की। इसके साथ ही डा. निसार अहमद एवं सुपोषण सखी के द्वारा कुपोषित  सतेन्द्र आदिवासी के घर वन मण्डल शिवपुरी द्वारा ग्रीन इण्डिया मिशन के माध्यम से प्रदाय 05-05 फलदार वृक्ष रोपित किए गए जिससे परिवार को भविष्य में फलो की उपज से पोषक तत्व प्राप्त हो और अधिक लाभ के लिए फलों को बाजार में बेचा जा सके। 

साथ ही संस्था द्वारा  इन बच्चों के घर सुपोषण सखी के माध्यम से लगाई गई पोषण वाटिका का मुआयना भी किया एवं लोकी , तोरई , पालक एवं खीरा सैम भिण्डी की बेले देखकर बहुत प्रशसंा जाहिर की एवं निःसन्देह इस पोषण वाटिका से लगने वाली  पौष्टिक सब्जियों से कुपोषण में कमी आएगी। इसके बाद सुपोषण सखी नीलम प्रजापति द्वारा कुपोषित बच्चो को प्रतिदिन घर-घर  जाकर पौष्टिक खिचड़ी के बारे में डा निसार अहमद को जानकारी प्रदान की जिससे कि  कुपोषित बच्चों की माताओं में साफ सफाई एवं बच्चें को प्रतिदिन पौष्टिक खिड़की बनाने के बारे में व्यवहार परिवर्तन आएगा एवं  अच्छी आदते विकसित होगी। 

इस अवसर पर डा निसार अहमद , सुपोषण सखी नीलम प्रजापति, सेक्टर पर्यवेक्षक ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका , आशा कार्यकर्ता के साथ साथ अतिकम वजन वाले बच्चों की माताए उपस्थित थी।

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