जनप्रतिनिधि के साथ-साथ एक कुशल जननेता के रूप में पहचान बनाई कैलाश कुशवाह ने
शिवपुरी-पोहरी विधानसभा में वर्ष 2018 के बसपा प्रत्याशी कैलाश कुशवाह एक जनप्रतिनिधि के रूप में ही नहीं बल्कि एक जननेता के रूप में भी अपनी पहचान बना रहे है। यह इसलिए क्योंकि बीते रोज पोहरी में घटित हुए एक घटनाक्रम में कैलाश कुशवाह ने अपनी जान की परवाह किए बगैर ही तालाब में छलांग लगा दी और दो मासूमों की जान बचाई। यह मामला इन दिनों पोहरी में चर्चा का विषय बना हुआ है कि पोहरी क्षेत्र में बसपा प्रत्याशी रहे कैलाश कुशवाह केवल जनसेवा ही नहीं बल्कि जननेता बनने के लिए भी जनता के बीच पहुंच रहे है। ऐसे में यह जनचर्चा चल पड़ी है कि जब कैलाश कुशवाह जैसा जनप्रतिनिधि मासूम बच्चों के लिए अपनी जान की परवाह नहीं कर सकता तब फिर वह क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को लेकर किस तरह काम करेंगें यह भी समझा जा सकता है। वहीं इस बारे में जब कैलाश कुशवाह से चर्चा की गई तो उन्हेांने बताया कि मेरा पहला दायित्व क्षेत्रवासियों के सुख-दु:ख में शरीक होना है और ऐसे में जो मासूम डूब रहे थे उन्हें बचाना भी मेरा दायित्व था इसलिए क्षेत्रवासियों के आर्शीवास से अपनी जान की परवाह ना करते हुए ऐसा किया और मासूम बच्चों की जान भी बच गई।
कम तैरना जानते हैं कैलाश फिर भी तालाब में कूदे
बीते रोज जब पोहरी विधानसभा में कैलाश कुशवाह जनसंपर्क के लिए निकले थे कि तभी पोहरी में स्थित एक केदारेश्वर महादेव के मंदिर पर वह पहुंचे और यहां पूजा-अर्चना करने लगे। इसी बीच तालाब में दो बच्चियां 2वर्षीय चिक्की धाकड़ वहीं पास में ही 11 वर्षीय वैशाली बाथम की गोद में खेल रही थी तभी अचानक वैशाली का तालाब से निकलते हुए पैर फिसला और वैशाली मासूम चिक्की सहित तालाब में गिर गई और डूबने लगी। तभी वहां यह दृश्य देखकर बसपा नेता कैलाश कुशवाह ने अपनी जान की परवाह किए बगैर ही तालाब में कूद गए और मासूम बच्चियों को डूबने से बचा लिया। इस दौरान मासूम बालिकाओं के परिजनों ने कैलाश कुशवाह के इस प्रयास को सराहा। यहां बता दें कि कैलाश कुशवाह स्वयं बड़े तैराक नहीं है लेकिन थोड़ा-बहुत तैरना जानते है और ऐसे में वह अपनी विधानसभा के बच्चों को तालाब में डूबता देख सह नहीं पाए और तालाब में कूद गए।
सर्वसमाज में अपनी पहचान बनाने संपर्क बना रहे है कैलाश कुशवाह
विगत कई वर्षों से वह पोहरी क्षेत्र में सर्वसमाज के बीच पहुंचकर अपने आप को स्थापित कर रहे है यही कारण रहा है कि पोहरी के मुख्य चुनाव 2018 में वह दूसरे नंबर के प्रत्याशी रहे और मुख्य भाजपा प्रत्याशी प्रहलाद भारती को उन्होंने तीसरे नंबर पर पहुंचा दिया। कैलाश कुशवाह के सरल, सहल मिलनसार व्यवहार को पोहरी क्षेत्र में हर कोई जानता है और यही कारण है कि एक बार फिर से भविष्य में होने वाले उप चुनावों में कैलाश कुशवाह को जनता के बीच लाकर खड़ा कर दिया है। यहां कैलाश कुशवाह सर्वसमाज में अपनी पहचान के लिए पहचाने जाते है और संभावना है कि आने वाले उप चुनाव में वह एक करिश्माई प्रदर्शन कर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि के रूप में अग्रणीय साबित हो। हालांकि इसके बाबजूद भी वह लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क किए हुए है।
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