9 लाख रूपये कीमत की प्रतिमा स्थापना पर हुए व्यय को लेकर मॉर्निंग क्लब ने की जांच की मांग
शिवपुरी- अंचल शिवपुरी की पहचान के रूप में जाने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री कै.माधवराव सिंधिया की आदमकम प्रतिभा शहर के दो बत्ती चौराहे पर नपा द्वारा स्थापित की गई है लेकिन इस प्रतिभा को स्थापित करने के बाद ऐसा प्रतीत होता है जैसे वह इसकी सुध लेना ही भूल गए, वह इसलिए कि बीते कुछ दिनों से इस प्रतिमा का क्षरण शुरू होने लगा था
जब यह क्षरण वहां प्रतिदिन मॉर्निंग वॉक के लिए गुजरने वाले मॉर्निंग क्लब के संयोजक एड.विष्णु गोयल ने देखा तो वह सह नहीं पाए और उन्होंने इस मामले को अपने पत्रकारसाथियों को जानकारी दी व मॉर्निग क्लब की पहल पर क्षरण हो रही इस प्रतिमा का ना केवल क्षरण रूका बल्कि प्रतिभा को नए सिरे से पेंट कर उसे और आकर्षक स्वरूप भी दिया गया। इस दौरान मॉर्निंग वॉक के संयोजक एडवोकेट विष्णु गोयल जो कि स्वयं तीन बार राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत हो चुके है और सर्वोत्तम रक्तदाता के रूप में भी जाने जाते है वह वर्तमान में शिवपुरी इंडस्ट्रियल यूनियन के अध्यक्ष भी है,
उन्होंने मांग की कि कै.माधवराव सिंधिया की आदमकद प्रतिमा स्थापित होने के बाद महज तीन वर्षांे में ही प्रतिमा क्षरण होना कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार की ओर इशारा है इसके साथ ही उन्होंने प्रतिमा स्थल के नीचे लगी क्षतिग्रस्त टाईल्स भी बताई जो कि वहां टूट-फूट और जर्जर अवस्था में थी उन्हें देखकर श्री गोयल ने जिला प्रशासन से मांग की है कि 9 लाख रूपये खर्च कर यह आदमकद प्रतिमा यहां स्थापित की गई लेकिन इस पूरे कार्य में भ्रष्टाचार हुआ जान पड़ता है इसलिए मामले की जांच की जाए और इसमें दोषी जो भी हो संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जावे। यह मांग मॉर्निंग क्लब के अन्य साथियों द्वारा भी की गई है।
प्रतिमा के साथ नीचे के चरण का कोटा स्टोन भी हटा
मॉनर््िंग क्लब के साथी ओमी जैन, प्रदीप सांखला, हरिओम काका, मुकेश जैन, संजय गुप्ता आदि सहित अन्य सभी लोग जब मॉर्निंग वॉक के दौरान दो बत्ती पर एकत्रित हुए तो देखा कि वहां स्थापित कै.माधवराव सिंधिया की आदमकद प्रतिमा का क्षरण हो रहा है। यहां देखा तो पाया कि कै.माधवराव सिंधिया की प्रतिमा के चरण में लगा स्टोन भी क्षतिग्रस्त हो गया है वह स्टोन भी बदलना चाहिए,
क्योंकि यह खराब स्थिति के अंदर है खराब क्वालिटी का लगा है ऐसे में यह समझ में नहीं आता कि इस मूर्ति के लिए नपा द्वारा 9लाख रूपये किस तरीके से खर्च हो गए, ऐसे में यह मामला जांच का विषय है और इस प्रतिमा खरीदी और स्थापना को लेकर किए गए कार्यों को लेकर जांच जरूर होना चाहिए इसमें कोई बुराई नहीं है यह जनता का पैसा है उसका दुरूपयोग नहीं होना चाहिए और यदि ऐसा कोई करता है तो संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही भी होना चाहिए।
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