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Shishukunj

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Monday, July 20, 2020

लॉकडाउन के हालातों से जूझ रहे प्रायवेट टीचर्स एसोसिएशन ने तीसरी बार सौंपा ज्ञापन


दी चेतावनी यदि समस्या हल नहीं हुई तो करेंगें आमरण अनशन

शिवपुरी-विगत 5 माह से शिक्षा अध्यापन कार्य करने वाले प्रायवेट शिक्षकों की हालत दयनीय हो चुकी है कि अब वह अपनी मांगों को लेकर एक ओर जहां ज्ञापन देकर समस्याओं निदान की मांग कर रहे तो वहीं  दूसरी ओर चेतावनी देकर आमरण अनश पर बैठने की बात भी कह रहे है। यह तीसरी बार प्रायवेट शिक्षकों द्वारा जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया गया है। 

जिसमें उन्होंने विगत 5 महीने से आर्थिक समस्याओं के बारे में बताया। इस दौरान प्राइवेट टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में आधा सैकड़ा से अधिक सदस्यों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए अपनी मांगों को लेकर शिवपुरी जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और प्रशासन कोआगे के लिए चेतावनी दी है कि यदि इस बार भी हमारी मांगों को जल्द ही पूरा नहीं किया गया तो हम अनिश्चितकालीन अनशन(भूख हड़ताल) पर बैठ जाएंगेए जिसका जिम्मेदार स्वय प्रशासन होगा। 

क्या कारण है कि सामान्यत: शांतिप्रिय रहने वाला यह समुदाय अब भूख हड़ताल और अनशन जैसी स्थिति में आ गया ह, शिक्षकों की इस स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है। ज्ञापन देने वालों में प्राइवेट टीचर्स एसोसिएशन के सदस्य शिवानी सर, विकेश श्रीवास्तव, अक्षत बंसल, आकाश शर्मा, रवि वर्मा, संजय सिंघल, धीरेंद्र रावत, रविंद्र वर्मा, नरोत्तम धाकड़, संदीप शर्मा, कुबेर बर्मा, अभिषेक शर्मा, अवधेश धाकड़, सीएस धाकड़, राजेंद्र बैरागी, योगेंद्र धाकड़, किशन धाकड़, गिर्राज दुल्हारा, मस्तराम धाकड़, प्रदीप धाकड़, मनीष शर्मा, हेमंत यादव, राजेंद्र शर्मा आदि उपस्थित रहे।

शिक्षण संस्थान बंद होने से बिगड़ रहे हालात

शासन ने 24 मार्च से लॉकडाउन के दौरान प्राइवेट शिक्षण संस्थानों को बंद तो करवा दिया लेकिन इस प्राइवेट शिक्षक समुदाय की ओर शासन ने इतना भी ध्यान नहीं दिया कि इस समुदाय के कई सदस्यों ने देश के कई हिस्सों में आत्महत्या जैसे कदम उठा लिए हैं। इस समुदाय के कुछ सदस्य अपने घरों में भूखे मरने की स्थिति में आ गए हैं, कुछ सदस्य मजदूरी कर, पंचर जोड़कर, सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। क्या यही दिन देखने के लिए उन्होंने शिक्षा ग्रहण की थी। बच्चों के भविष्य का निर्माता आज स्वयं के बच्चों के भविष्य को लेकर असमंजस में है।

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