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Shishukunj

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Friday, June 5, 2020

संस्कार भारती का ष्में शिवाजीष्दस दिवसीय अभियान संपन्न


अंतिम दिन कवि सम्मेलन व पुरुष्कार वितरण का हुआ आयोजन

शिवपुरी-संस्कार भारती मध्य क्षेत्र द्वारा 25 मई से 4 जून तक मे शिवाजी अभियान ऑनलाइन चलाया गयाएजिसमे शिवपुरी संस्कार भारती द्वारा दस दिवस बौद्धिक व अन्य आयोजन ऑनलाइन किये गएएअंतिम दिन देश भर के ख्यातिनाम कवियो के यशोगान शिवाजी कवि सम्मेलन में काव्य पाठ व पुरुष्कार वितरण के साथ अभियान का समापन हुआ।

अंतिम दिन यशोगान शिवाजी ऑनलाइन कवि सम्मेलन में खजुराहो के इंद्रजीत विरल ने अपनी कविता में कहा की सदियों से गौरवशाली इतिहास रहा है भारत काएधर्म संस्कृति दर्शन में इतिहास रहा है भारत काएशिवनेरी के दुर्ग में एक आशा की किरण दिखाई थीएवीर शिवाजी जन्म लिए तो भारत माँ दर्शायी थी। मुंगेली छतीसगढ़ के देवेंद्र परिहार ने स्वाधीनता का भाव बालपन में जगाया, 

जीजा माता के पुनीत काज को प्रणाम हैएसंकट के काल मे जो प्रतिक्षण साथ रहेएकौंड देव गुरु महाराज को प्रणाम है सुना वीर शिवाजी को नमन किया। आशुतोष ओज ने गौरवशाली गाथा लिखने वह तमस मिटाने आये थे, युगधर्म प्रदर्शक वीर शिवा ही दिव्य चेतना लाये थे प्रस्तुत की। ओज के देश के बड़े कवि अनिल तेजस्व टीकमगढऩे जीजा माता की वो कोख धन्य हो गयीएभारती माँ देश की प्रसन्न हो गयी,

 हारी हुई बाजी जितना जिसका काम थाएदेश के उस शूरवीर का शिवाजी नाम था प्रस्तुत कर देशभक्ति की बयार बहा दी। ओज की शसक्त हस्ताक्षर देश की डॉ रुचि चतुर्वेदी आगरा ने जिनकी शमशीर नजीर बनी, एक तीर बनी दुश्मन के लिएएप्राणों को नवप्राण प्राण पुनर्नवा नही मिल पायेंग, धरा कहे धर धीर फिर वीर शिवा नही मिल पाएंगे कि उत्कृष्ट प्रस्तुति प्रस्तुत की।

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