विभाग का कहना है किसी को हटाने-जोडऩे का समय नहीं बल्कि व्यव्स्था जमाने की है जिम्मेदारी
शिवपुरी-मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र वितरण कंपनी लिमिटेड(मप्रमक्षेविविकंलि) में अकारण ही बिना किसी नोटिस के ही मीटर रीडर के रूप में कार्य करने वाले कर्मचारियों को विभाग के वरिष्ठ अधिकारियेां द्वारा हटाया जा रहा है। इस तरह की शिकायतें हमारे समाचार पत्र कार्यालय में आकर उन पीडि़तों ने बताई जिन्होंने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि किस प्रकार से वह एमपीईबी में रहकर शोषण का शिकार हो रहे है।
कुछ युवक जो विगत 5-6 वर्षों से मीटर रीडर का काम कर रहे थे लेकिन एकाएक उन्हें विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बिना कोई नोटिस दिए हटा दिया गया इससे एक ओर जहां वह बेरोजगार हो गए तो वहीं दूसरी ओर उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी बिगडऩे लगी है। इस इस संबंध में जब एमपीईबी के वरिष्ठ अधिकारी से चर्चा की गई तो उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया कि हमें किसी तरह से किसी को हटाने या काम पर लगाने का काम ही नहीं है
बल्कि व्यवस्था जमाने का काम है ऐसे में यदि कोई हट रहा है तो निश्चित रूप से उसकी कोई कमी होगी और यदि कोई नया नियुक्त किया गया है तो वह उसके कार्य कुशलता का परिचायक होगी अन्यथा किसी को हटाने-जोडऩे का काम एमपीईबी में नहीं होता। हालांकि यह बात ठीक है बाबजूद इसके कुछ लोग अकारण हटाए गए है उन्हें पुन: ना रखते हुए अन्यत्र नई नियुक्ति करना यह भी ठीक नहीं है इस ओर एमपीईबी के वरिष्ठ अधिकारियों को ध्याना चाहिए अन्यथा विभाग में कार्यरत कर्मचारी ही आपस में एक-दूसरे की बुराईयों का ठीकरा विभाग के इर्द-गिर्द फोड़ते हुए नजर आऐंगें।
पांच भाई शासकीय सेवक लेकिन एक मीटर रीडर कर्मचारी, वह भी एमपीईबी ने हटा दिया
एक युवक ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि उसके परिवार में माता-पिता के अलावा 5 भाई है जो कि शासकीय सेवा में है केवल ही एक ऐसा है जो एमपीईबी में बीते 4-5 वर्षों से मीटर रीडर के रूप में कार्य कर रहा था लेकिन अब उसका यह रोजगार भी विभाग के ही वरिष्ठ अधिकारी ने छीन लिया और बिना किसी कारण के उसे मीटर रीडर के पद से हटा दिया गया अब यह युवक बेरोजगार है और अपनी बीबी-बच्चों के साथ तंगहाली में अपना जीवन जी रहा है।
युवक का कहना है कि जब वह लगा था तब तो सब ठीक था लेकिन उसे हटाने का कारण भी बता देते, युवक का कहना है कि उसे हटाने के बाद उसी स्थान पर दूसरे व्यक्ति को नियुक्त कर दिया गया जबकि वह तो अभी नया ही आया है और उसे अनुभव भी नहीं है बाबजूद इसके इस नव युवक के अनुभव को दरकिनार कर उसे एमपीईबी के वरिष्ठ अधिकारियों के कोप का भाजन बनना पड़ा जबकि उसका दोष भी इसमें कुछ नहीं था।
इनका कहना है-
मप्रविद्युत मण्डल में ऐसा कुछ नहीं होता कि हम किसी को नौकरी पर रख लें किसी को हटाऐं, हमारे पास विभाग के अन्य काम है व्यवस्थाऐं देखनी है किसी के हटाने-जोडऩे का समय हमारे पास नहीं है।
पी.आर.पाराशर
महाप्रबंधक
मप्रमक्षेविविकंलि, शिवपुरी
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