शिवपुरी- अपने समय में स्काउट के क्षेत्र में अग्रणीय रूप से मास्टर के रूप में ख्याति अर्जित करने वाले ग्वाल समाज घोसीपुरा निवासी खेमचन्द यादव (हिन्नवार मास्टरजी)का रविवार के दिन लंबी बीमारी के चलते निज निवास पर ही निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे और शासकीय सेवक के रूप में सेवानिवृत्त होकर घर पर ही अपने परिवार के साथ जीवन बसर कर रहे थे।
ग्वाल समाज की पुरातन परंपराओं और करतबों के वह नायाब हीरे थे जिन्होंने अपने समय में अनेकों लोगों को इस विधा में पारंग किया जबकि स्वयं शिक्षक रहकर स्काउट के क्षेत्र में भी वह अग्रणीय रूप से रहे। इसी कारण खेमचन्द्र जी का नाम खेमा मास्टर हो गया और ग्वाल समाज के बन्धुजन उन्हें खेमा मारसाब कहकर पुकारते थे। हमेशा घर-परिवार के साथ समाज की सेवा करने में उनका अनुकरणीय कार्य सदैव समाज को स्मरणी रहेगा।
वह अखिल भारतीय ग्वाल महासभा जिला शिवपुरी के संरक्षक के रूप में भी महासभा को अपना मार्गदर्शन समय-समय पर देते रहे। आज उनके अंतिम संस्कार में लॉकडाउन का पालन करते हुए समाज बन्धुजन पहुंचे और अपनी अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान शोकाकुल हिन्नवार परिवार में शहर के ख्यातिनाम शिक्षक गोपाल हिन्नवार सर, एमपीईबी से रिटायर चतुर्भुज हिन्नवार, माधौप्रसाद हिन्नवार भाई एवं महेन्द्र व संजू हिन्नवार पुत्र सहित समस्त हिन्नवार परिवार को समाजजनों ने ढांढस बंधाया और उनके हर सुख-दु:ख में सहभागी बनने का आश्वासन दिया। स्व.श्री खेमचंद हिन्नवार की उठावनी मंगलवार 26 मई को प्रात: 9 बजे मुक्तिधाम परिसर में ही संपन्न होगी।
ग्वाल समाज की पुरातन परंपराओं और करतबों के वह नायाब हीरे थे जिन्होंने अपने समय में अनेकों लोगों को इस विधा में पारंग किया जबकि स्वयं शिक्षक रहकर स्काउट के क्षेत्र में भी वह अग्रणीय रूप से रहे। इसी कारण खेमचन्द्र जी का नाम खेमा मास्टर हो गया और ग्वाल समाज के बन्धुजन उन्हें खेमा मारसाब कहकर पुकारते थे। हमेशा घर-परिवार के साथ समाज की सेवा करने में उनका अनुकरणीय कार्य सदैव समाज को स्मरणी रहेगा।
वह अखिल भारतीय ग्वाल महासभा जिला शिवपुरी के संरक्षक के रूप में भी महासभा को अपना मार्गदर्शन समय-समय पर देते रहे। आज उनके अंतिम संस्कार में लॉकडाउन का पालन करते हुए समाज बन्धुजन पहुंचे और अपनी अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान शोकाकुल हिन्नवार परिवार में शहर के ख्यातिनाम शिक्षक गोपाल हिन्नवार सर, एमपीईबी से रिटायर चतुर्भुज हिन्नवार, माधौप्रसाद हिन्नवार भाई एवं महेन्द्र व संजू हिन्नवार पुत्र सहित समस्त हिन्नवार परिवार को समाजजनों ने ढांढस बंधाया और उनके हर सुख-दु:ख में सहभागी बनने का आश्वासन दिया। स्व.श्री खेमचंद हिन्नवार की उठावनी मंगलवार 26 मई को प्रात: 9 बजे मुक्तिधाम परिसर में ही संपन्न होगी।
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