शिवपुरी-गुजरात प्रांत के सूरत जिला तहसील बरेली में साड़ी की फैक्ट्री में काम करने वाले कारीगर पिकअप के द्वारा शिवपुरी आए लॉक डाउन लगने के कारण वहां फंस गए थे जो कि रविवार की रात्रि 7 बजे शिवपुरी पहुंचे। यहां स्थानीय जागरूक लोगों की सहायता से यह लोग जहां बारिश में खुले आसमान में पनाह लिए हुए थे वहां से इन्हें स्थानांतरित करते हुए पोहरी बस स्टैंड रेन बसेरा पर रुकाया गया।
इस दौरान शहर की समाजसेवी संस्था वैभव पर्यावरण वेलफेयर सोसाइटी द्वारा इन्हें खाने के पैकेट दिए गए। इन्होंने बताया कि वह अपने घर हरपालपुर छतरपुर जाना चाहते है। इन लोगों में राजेश श्रीवास, कृपाल सिंह श्रीवास, पूनम श्रीवास, क्षेत्रपाल श्रीवास, निशा श्रीवास, शहजाद खान, गुलाब शाह बानो, देवेंद्र श्रीवास, अरविंद श्रीवास, आबिद खान, रेहान, अनुष्का, मोनिका, आनंदी व आर्यन आदि सहित 10 महिला-पुरूष एवं 5 बच्चे शामिल थे।
इस दौरान वैभव पर्यावरण वेलफेयर सोसाइटी के गोल्डी शर्मा ने सेवा कार्य करते हुए बताया कि संस्था का उद्देश्य हर जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन उपलब्ध कराना है निर्धन असहाय लोगों की मदद करना है नर सेवा नारायण सेवा के समान हैं संस्था की सेवा निरंतर जारी है वास्तविक जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करना हमारा कर्तव्य है हम दान नहीं कर रहे हम सेवा कर रहे हैं।
इस दौरान शहर की समाजसेवी संस्था वैभव पर्यावरण वेलफेयर सोसाइटी द्वारा इन्हें खाने के पैकेट दिए गए। इन्होंने बताया कि वह अपने घर हरपालपुर छतरपुर जाना चाहते है। इन लोगों में राजेश श्रीवास, कृपाल सिंह श्रीवास, पूनम श्रीवास, क्षेत्रपाल श्रीवास, निशा श्रीवास, शहजाद खान, गुलाब शाह बानो, देवेंद्र श्रीवास, अरविंद श्रीवास, आबिद खान, रेहान, अनुष्का, मोनिका, आनंदी व आर्यन आदि सहित 10 महिला-पुरूष एवं 5 बच्चे शामिल थे।
इस दौरान वैभव पर्यावरण वेलफेयर सोसाइटी के गोल्डी शर्मा ने सेवा कार्य करते हुए बताया कि संस्था का उद्देश्य हर जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन उपलब्ध कराना है निर्धन असहाय लोगों की मदद करना है नर सेवा नारायण सेवा के समान हैं संस्था की सेवा निरंतर जारी है वास्तविक जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करना हमारा कर्तव्य है हम दान नहीं कर रहे हम सेवा कर रहे हैं।
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