बड़े अधिकारियों को छोड़ छोटों पर कार्यवाही को लेकर चर्चाओं का चल रहा दौर
शिवपुरी- शिवपुरी में मिले कोरोना पॉजीटिव मरीज सोहेब खान के मिलने के बाद आनन फानन में कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी. ई-पास जारी करने वाले तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इस कार्यवाही के बाद जनचर्चाओं में यह चर्चा होने लगी है कि इस मामले में बड़े अधिकारियों को छोड़ छोटों पर कार्यवाही करना कहां का न्याय है जबकि ई-पास करने की अधिकारिक जिम्मेदारी अपर कलेक्टर व एसडीएम और स्वयं जिलाधीश को होती है फिर ऐसे में तीन अदने कर्मचारियों पर कार्यवाही करना न्याायोचित नहीं कहा जाएगा, यह चर्चा देर सायं सभी सोशल मीडिया और आमजन में चर्चा का विषय बनी रही। वहीं तीनों निलंबित कर्मचारी इस मामले में कुछ भी कहने की स्थिति में नजर नहीं आए।
यह सवाल हो रहे खड़े
चर्चाओं के अनुसार जो सवाल खड़े हो रहे है उसमें चर्चा है कि शिवपुरी को ग्रीन से ऑरेंज जोन में ले जाने का श्रेय जिला प्रशासन के उन अधिकारियों को जाता है जिन्होंने मध्य प्रदेश सरकार के उस आदेश की अवहेलना कर ई-पास जारी किया, जिसमें कहा गया था कि किसी भी रेड जॉन बाली जगह से ग्रीन जॉन में लाने के लिए पास किसी भी हाल में जारी न किया जाए बावजूद इसके पास जारी किया गया, जिसकी वजह से शिवपुरी ऑरेंज जॉन में पहुंची। ईपास जारी करने वाले अधिकारी ने यह पास शिवपुरी से जारी किया और इसी पास के जरिए सहारनपुर के देवबंद से दो लोग शिवपुरी आए जिनमें से एक फिलहाल कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
क्यों सैंपल लेने के बाद घर जाने दिया?
जनचर्चाओं में जो बात सामने आ रही है उसमें भी यह बात सामने आई है कि इस पूरे मामले में दूसरी लापरवाही स्वास्थ्य महकमे ने की वह तब, जब सहारनपुर से लौटकर आया मोहम्मद शोएब अपने दूसरे साथी के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचा और उसने अपने बारे में पूरी जानकारी दी उसके द्वारा दी गई जानकारी को नजरअंदाज कर स्वास्थ्य महकमे ने इनका सैंपल लेकर इन्हें अपने घर जाकर होम क्वॉरेंटाइन होने की सलाह दे दी जबकि स्वास्थ्य महकमे को इन्हें जिला चिकित्सालय में ही रिपोर्ट आने तक अपने आइसोलेशन वार्ड में रखना था स्वास्थ्य महकमे ने ऐसा न कर शिवपुरी को ग्रीन से ऑरेंज में पहुंचाने में अपनी महती भूमिका अदा की।
कलेक्टर ने की कार्यवाही
इस पूरे मामले में उत्तरप्रदेश के देवबंद जाने के लिए जो ई-पास जारी किया गया उसमें एडीएम ऑफिस में पदस्थ करन भटनागर, अविनाश आदिवासी और विमल श्रीवास्तव सहासयक ग्रेड-3 की लापरवाही मानते हुए दोषी पाया गया है और इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
श्रीमती अनुग्रह पी.
कलेक्टर, शिवपुरी
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