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Sunday, May 17, 2020

नीली क्रांति सफल देश में मत्स्य उत्पादन के निर्यात से मिले 50 हजार करोड़ : राजू बाथम


मत्स्य पालन को लेकर बना मत्स्य मंत्रालय

शिवपुरी-भारतीय जनता पार्टी शिवपुरी के जिलाध्यक्ष राजू बाथम के द्वारा देशभर में मत्स्य पालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि की जानकारी देते हुए बताया कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार गरीब मछुआरा वर्ग की प्रगति व रोजगार की दिशा में सदैव चिंतित रही है और इस समुदाय के विकास व रोजगार की बढ़ोतरी हो सके इस हेतु उन्होंने पृथक से मत्स्य मंत्रालय देश में बनाया । देशभर के मछुआरों के लिए यह एक उल्लेखनीय पहल भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने की है 

बाथम ने बताया कि यह उल्लेखनीय कार्य आजादी के बाद बनी किसी भी सरकार ने नहीं किया। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के पूर्व मत्स्य आखेट व व्यापार संबंधी कार्यों व देखरेख कृषि मंत्रालय में ही समाहित था और देश का कृषि मंत्री ही मत्स्य उत्पादनए आखेटनए मत्स्य निर्यात संबंधी लेखा.जोखा रखते थे। हम समझ सकते हैं कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है और कृषि मंत्रालय अपने आप में विशालकाय मंत्रालय हैए तो फि र मत्स्य व्यापार व मछुआरों का हित संवर्धन कैसे संभव होता होगा। 

मछुआरों का दर्द, उनकी गरीबी और विकास के लिए सदैव चिंतित रहने वाले मोदी जी ने  मछुआरा समुदाय पर ध्यान दिया। इसीलिए उन्होंने निर्णय लेकर कृषि मंत्रालय से पृथक करके मछुआरों के कल्याण हेतु और मत्स्य आखेट मेंं वृद्धि हो सके, मत्स्य निर्यात से विदेशी मुद्रा अधिक प्राप्त हो सके, इसके लिए पृथक से मत्स्य मंत्रालय बनाया और इस मंत्रालय के पहले मंत्री गिरिराज किशोर को बनाया गया है। इससे इंगित होता है कि माननीय मोदी जी गरीब, बेरोजगार दलित व पीड़ित मछुआरों के वास्तविक हितैषी ही नहीं, बल्कि ऐसे वर्गों के उत्थान और उनके विकास के लिए सदैव अथक परिश्रम करते रहते हैं।

 ऐसे वर्गों के विकास की गति कैसे बढे इसके लिए नये-नए आयाम सदैव खोजते हैं। ऐसे ही कार्य उन्हें देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों से और नेताओं से अलग उत्कृष्टता प्रदान करते हैं।

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