शिवपुरी। स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन शिवपुरी की आपदा प्रबंधन सूखा राशन राहत टीम ने शनिवार को तहसील शिवपुरी के सीर गावं में पहुंची यहा कच्चें घरों में रहने वाली 15 विधवा बुजुर्ग एवं बिमार जरुरतमंद आदिवासी परिवारों को जिनके पास या तो राशन कार्ड नही थे या उनको कहीं से भी राशन नही प्राप्त हुआ था ऐेसी 15 जरुरतमंद परिवारों को संस्था के द्वारा 15 दिन का सूखा राशन वितरित किया।
जानकारी देते हुये संस्था के संयोजक रवि गोयल ने जानकारी देते हुय बताया कि संस्था द्वारा आज अपने कार्यकर्ता द्वारा अवगत कराया गया कि यहा विधवा बुजुर्ग महिलाओं एवं कुछ बिमार परिवार जिनको कि राशन की तत्काल आवश्यकता थी ऐेसे करीब 15 जरुरतमंद घर संस्था की टीम ने पूरे गांव में घूमने के बाद चिन्हित किये फिर संस्था की टीम के वांलेटियर ने 15 जरुरतमंद परिवार जिनको कि राश्न की आवश्यकता थी उनकी सूची तैयार की इसके बाद सोसल डिस्टेसिंग के लिए एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनाये जिससे कि सोसल डिस्टेसिंग का पूरा ख्याल रखते हुये गोलों में जरुरतमंद परिवारों के मुखियां को विठाल कर राशन की किट मुहैया कराई।
गांव की सूरती आदिवासी(परिवर्तित नाम) ने राशन मिलने पर संस्था को बताया कि आपको बहुत बहुत धन्यवाद अब मेरा परिवार एवं मेरे परिवार का अहम हिस्सा मेरा कुत्ता चैन से 15 दिन तक दाल रोटी खा पायेगें हमको सूखी रोटी खाकर काम चलाना पढ़ रहा था। विधवा अम्मा ने बताया कि मेरे बुढ़ापे का सहारा मेरा कुत्ता है में पहले इसको खाना खिलाती हूं फिर खुद खाती हूं लॉक डाउन की वजह से हमको राशन की काफी दिक्कत हुयी।
जानकारी देते हुये संस्था के संयोजक रवि गोयल ने जानकारी देते हुय बताया कि संस्था द्वारा आज अपने कार्यकर्ता द्वारा अवगत कराया गया कि यहा विधवा बुजुर्ग महिलाओं एवं कुछ बिमार परिवार जिनको कि राशन की तत्काल आवश्यकता थी ऐेसे करीब 15 जरुरतमंद घर संस्था की टीम ने पूरे गांव में घूमने के बाद चिन्हित किये फिर संस्था की टीम के वांलेटियर ने 15 जरुरतमंद परिवार जिनको कि राश्न की आवश्यकता थी उनकी सूची तैयार की इसके बाद सोसल डिस्टेसिंग के लिए एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनाये जिससे कि सोसल डिस्टेसिंग का पूरा ख्याल रखते हुये गोलों में जरुरतमंद परिवारों के मुखियां को विठाल कर राशन की किट मुहैया कराई।
गांव की सूरती आदिवासी(परिवर्तित नाम) ने राशन मिलने पर संस्था को बताया कि आपको बहुत बहुत धन्यवाद अब मेरा परिवार एवं मेरे परिवार का अहम हिस्सा मेरा कुत्ता चैन से 15 दिन तक दाल रोटी खा पायेगें हमको सूखी रोटी खाकर काम चलाना पढ़ रहा था। विधवा अम्मा ने बताया कि मेरे बुढ़ापे का सहारा मेरा कुत्ता है में पहले इसको खाना खिलाती हूं फिर खुद खाती हूं लॉक डाउन की वजह से हमको राशन की काफी दिक्कत हुयी।
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