परिवार के सदस्यों के साथ आईसोलेशन भेजा
शिवपुरी- ग्वालियर से भागकर शिवपुरी आए कोरोना मरीज की जानकारी जब नगर में फैली तो हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। इस पर सूचना लगते ही मौके पर पुलिस पहुंची और तभी अस्पताल की चिकित्सकीय टीम बुलाई। जहां कोरोना मरीज को उसके परिवार सहित जिला चिकित्सालय के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य विभाग को ग्वालियर कमलाराजा अस्पताल से सूचना मिली थी कि शिवपुरी निवासी एक युवक आईसोलेशन वार्ड से बिना सैम्पल के भाग गया है जिसे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसके घर माधवनगर चौराहे से पकड़ लिया और उसके साथ ही उसके साथ आए दोनों युवक और परिवार की तीन महिलाओं भी वह अस्पताल लेकर आए जहां उनके सैम्पल लिए गए। मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसके मकान और कॉलोनी को सील कर दिया है और कॉलोनी के लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है।
जानकारी के अनुसार बृजेश रजक निवासी माधव नगर ने बताया कि वह 15 दिन पहले ग्वालियर में टीबी की बीमारी होने के चलते कमलाराजा पत्थर वाले अस्पताल में भर्ती हुआ था। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे कोरोना संदिग्ध मानते हुए आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया। पिछले 15 दिनों से वह आईसोलेशन वार्ड में रह रहा था जहां ना तो उसकी कोई जांच की जा रही थी और ना ही उसे ट्रीटमेंट दिया जा रहा था। जिससे वह शनिवार सुबह अपने परिवार के सोनू रजक व मुकेश रजक के साथ बाईक पर सवार होकर शिवपुरी अपने घर माधवनगर आ गया। उसका कहना था कि उसे सिर्फ टीबी की बीमारी है वह कोरोना संक्रमित नहीं है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और पुलिस ने उसकी कोई बात नहीं मानी और उसे उसके घर से एम्बुलेंस में बैठा लिया। बृजेश रजक के साथ आए उसके दोनों साथी सोनू और मुकेश व घर के तीन महिलाओं को भी सैम्पल लेने के लिए अस्पताल लेकर आए और उनके सैम्पल लिए गए।
इसलिए माना कोरोना संदिग्ध
बताना होगा कि अभी कुछ दिनों पहले ही मुरैना में आयोजित 13वीं कार्यक्रम में शामिल होकर आए बैराढ़ और शिवपुरी के लोगों के संपर्क में बृजेश रजक भी आया था। बताया जाता है कि यह उन लोगों का रिश्तेदार है लेकिन सुखद बात यह है कि मुरैना सेआए उन सभी लोगों की जांचे निगेटिव आई है लेकिन बृजेश के ग्वालियर से भाग आने के कारण वह संदिग्ध कोरोना मरीज समझा गया और स्वास्थ्य विभाग की टीम उसका टेस्ट करने में जुट गई।
इनका कहना है-
उक्त युवक आईसोलेशन वार्ड में ग्वालियर में भर्ती था लेकिन वहां उसका सैम्पल नहीं हुआ था और वह सैम्पल लेने से पहले ही वहां से भागकर शिवपुरी आ गया। वह कोरोना पॉजीटिव नहीं है यह कोरी अफवाह है। अब हमने बृजेश और उसके साथी दो युवक व परिवार के कुछ सदस्यों के सैम्पल लिए है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि वह कोरोना संक्रमित है या नहीं।
डॉ.ए.एल.शर्मा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, शिवपुरी
शिवपुरी- ग्वालियर से भागकर शिवपुरी आए कोरोना मरीज की जानकारी जब नगर में फैली तो हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। इस पर सूचना लगते ही मौके पर पुलिस पहुंची और तभी अस्पताल की चिकित्सकीय टीम बुलाई। जहां कोरोना मरीज को उसके परिवार सहित जिला चिकित्सालय के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य विभाग को ग्वालियर कमलाराजा अस्पताल से सूचना मिली थी कि शिवपुरी निवासी एक युवक आईसोलेशन वार्ड से बिना सैम्पल के भाग गया है जिसे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसके घर माधवनगर चौराहे से पकड़ लिया और उसके साथ ही उसके साथ आए दोनों युवक और परिवार की तीन महिलाओं भी वह अस्पताल लेकर आए जहां उनके सैम्पल लिए गए। मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसके मकान और कॉलोनी को सील कर दिया है और कॉलोनी के लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है।
जानकारी के अनुसार बृजेश रजक निवासी माधव नगर ने बताया कि वह 15 दिन पहले ग्वालियर में टीबी की बीमारी होने के चलते कमलाराजा पत्थर वाले अस्पताल में भर्ती हुआ था। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे कोरोना संदिग्ध मानते हुए आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया। पिछले 15 दिनों से वह आईसोलेशन वार्ड में रह रहा था जहां ना तो उसकी कोई जांच की जा रही थी और ना ही उसे ट्रीटमेंट दिया जा रहा था। जिससे वह शनिवार सुबह अपने परिवार के सोनू रजक व मुकेश रजक के साथ बाईक पर सवार होकर शिवपुरी अपने घर माधवनगर आ गया। उसका कहना था कि उसे सिर्फ टीबी की बीमारी है वह कोरोना संक्रमित नहीं है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और पुलिस ने उसकी कोई बात नहीं मानी और उसे उसके घर से एम्बुलेंस में बैठा लिया। बृजेश रजक के साथ आए उसके दोनों साथी सोनू और मुकेश व घर के तीन महिलाओं को भी सैम्पल लेने के लिए अस्पताल लेकर आए और उनके सैम्पल लिए गए।
इसलिए माना कोरोना संदिग्ध
बताना होगा कि अभी कुछ दिनों पहले ही मुरैना में आयोजित 13वीं कार्यक्रम में शामिल होकर आए बैराढ़ और शिवपुरी के लोगों के संपर्क में बृजेश रजक भी आया था। बताया जाता है कि यह उन लोगों का रिश्तेदार है लेकिन सुखद बात यह है कि मुरैना सेआए उन सभी लोगों की जांचे निगेटिव आई है लेकिन बृजेश के ग्वालियर से भाग आने के कारण वह संदिग्ध कोरोना मरीज समझा गया और स्वास्थ्य विभाग की टीम उसका टेस्ट करने में जुट गई।
इनका कहना है-
उक्त युवक आईसोलेशन वार्ड में ग्वालियर में भर्ती था लेकिन वहां उसका सैम्पल नहीं हुआ था और वह सैम्पल लेने से पहले ही वहां से भागकर शिवपुरी आ गया। वह कोरोना पॉजीटिव नहीं है यह कोरी अफवाह है। अब हमने बृजेश और उसके साथी दो युवक व परिवार के कुछ सदस्यों के सैम्पल लिए है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि वह कोरोना संक्रमित है या नहीं।
डॉ.ए.एल.शर्मा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, शिवपुरी
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