शिवपुरी-शहर की परिणय वाटिका में दूर-दराज से आए बाहरी लोगों की जांच करने पहुंची फिजीकल थाना पुलिस टीम ने यहां मिले 20 लोगों सहित परिणय वाटिका संचालक के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है।
जानकारी के अनुसार बीते तीन दिनों से इंदौर, ग्वालियर, सहित अन्य शहरों की गाडिय़ां बेरोकटोक शहर में घूम रही थी साथ ही परिणय वाटिका में प्रतिदिन आधा सैकड़ा से करीब लोगों का जमाबड़ा बना हुआ था। बताया जाता है कि वाटिका में रूकने वाले यह लोग ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे और ना ही उन्हें शहर में लगे लॉकडाउन का कोई डर था यही कारण है कि रात्रि के समय सूचना मिलते ही फिजीकल पुलिस परिणय वाटिका पहुंची और यहां पुलिस को देख हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। इस पर जब इन लोगों के यहां ठहरने को लेकर परिणय वाटिका संचालक को मौके पर बुलाया तो उसने अनुमति होने की बात कही लेकिन देर रात तक वह अनुमति नहीं दिखा सका तो पुलिस ने यहां लॉकडाउन उल्लंघन करने और शहर में बिना बताए रहने को लेकर वाटिका संचालक सहित 21 लोगों पर धारा 188 के तहत कायमी की है। जो लोग परिणय वाटिका में बाहर से आकर ठहरे हुए थे उनमें कपिल पुत्र आनंद अरोरा निवासी कमलागंज शिवपुरी, सुशील पुत्र चन्द्रभान पटेल निवासी जबलपुर, विपिन पुत्र रमेश मिश्रा निवासी रीवा, श्रमण पुत्र दुखहरण यादव निवासी गाजीपुरा, दुर्गेश पुत्र निवोद सिंह राजपूत निवासी देवरिया उप्र, प्रदीप पुत्र पूरन सिंह रघुवंशी निवासी गंजबासौदा, सुनील पुत्र गणेशराम किरार निवासी विदिशा, रघुवीर पुत्र कृष्णपाल विश्वकर्मा निवासी भोपाल, गोपाल पुत्र विष्णुदयाल शर्मा निवासी किलागेट ग्वालियर, जोगेन्द्र पुत्र नंदकिशोर राय निवासी विदिशा, शिवराज पुत्र ज्ञानसिंह जादौन निवासी भिण्ड, रिंकू पुत्र चिरोंजीलाल शिवहरे निवासी कत्थामिल, विजय पुत्र दिलीप सोलंकी निवासी भोपाल, रोहित पुत्र हरिशंकर राय निवासी घासमंडी ग्वालियर, योगेन्द्र पुत्र राजेन्द्र सिंह खिंची निवासी गुना, हरिमोहन पुत्र बच्चूलाल शिवहरे निवासी मोहना, राजकुमार पुत्र लक्ष्मीराम शिवहरे निवासी शिवपुरी, प्रदीप पुत्र प्रयाग सिंह राजावत निवावी प्रेमनगर ग्वालियर, शशिकांत पुत्र खेमराज राय निवासी दीनदयाल नगर करैरा व राजीव पुत्र रामहेत कुशवाह निवासी मोहना शामिल है।
जानकारी के अनुसार बीते तीन दिनों से इंदौर, ग्वालियर, सहित अन्य शहरों की गाडिय़ां बेरोकटोक शहर में घूम रही थी साथ ही परिणय वाटिका में प्रतिदिन आधा सैकड़ा से करीब लोगों का जमाबड़ा बना हुआ था। बताया जाता है कि वाटिका में रूकने वाले यह लोग ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे और ना ही उन्हें शहर में लगे लॉकडाउन का कोई डर था यही कारण है कि रात्रि के समय सूचना मिलते ही फिजीकल पुलिस परिणय वाटिका पहुंची और यहां पुलिस को देख हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। इस पर जब इन लोगों के यहां ठहरने को लेकर परिणय वाटिका संचालक को मौके पर बुलाया तो उसने अनुमति होने की बात कही लेकिन देर रात तक वह अनुमति नहीं दिखा सका तो पुलिस ने यहां लॉकडाउन उल्लंघन करने और शहर में बिना बताए रहने को लेकर वाटिका संचालक सहित 21 लोगों पर धारा 188 के तहत कायमी की है। जो लोग परिणय वाटिका में बाहर से आकर ठहरे हुए थे उनमें कपिल पुत्र आनंद अरोरा निवासी कमलागंज शिवपुरी, सुशील पुत्र चन्द्रभान पटेल निवासी जबलपुर, विपिन पुत्र रमेश मिश्रा निवासी रीवा, श्रमण पुत्र दुखहरण यादव निवासी गाजीपुरा, दुर्गेश पुत्र निवोद सिंह राजपूत निवासी देवरिया उप्र, प्रदीप पुत्र पूरन सिंह रघुवंशी निवासी गंजबासौदा, सुनील पुत्र गणेशराम किरार निवासी विदिशा, रघुवीर पुत्र कृष्णपाल विश्वकर्मा निवासी भोपाल, गोपाल पुत्र विष्णुदयाल शर्मा निवासी किलागेट ग्वालियर, जोगेन्द्र पुत्र नंदकिशोर राय निवासी विदिशा, शिवराज पुत्र ज्ञानसिंह जादौन निवासी भिण्ड, रिंकू पुत्र चिरोंजीलाल शिवहरे निवासी कत्थामिल, विजय पुत्र दिलीप सोलंकी निवासी भोपाल, रोहित पुत्र हरिशंकर राय निवासी घासमंडी ग्वालियर, योगेन्द्र पुत्र राजेन्द्र सिंह खिंची निवासी गुना, हरिमोहन पुत्र बच्चूलाल शिवहरे निवासी मोहना, राजकुमार पुत्र लक्ष्मीराम शिवहरे निवासी शिवपुरी, प्रदीप पुत्र प्रयाग सिंह राजावत निवावी प्रेमनगर ग्वालियर, शशिकांत पुत्र खेमराज राय निवासी दीनदयाल नगर करैरा व राजीव पुत्र रामहेत कुशवाह निवासी मोहना शामिल है।
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