तीसरे दिन भी लगातार कार्यवाही जारी, लेकिन भेदभाव को लेकर कार्यवाही पर उठ रहे सवाल
शिवपुरी। ना तो कोई पैमाईश और ना ही कोई पैमाना फिर भी नगर में इन दिनों लगातर तीन दिनों से अतिक्रमण मुहिम चलाई जा रही है जिसमें भेदभाव के आरोप-प्रत्यारोप भी लग रहे है और इस दौरान लोग इस कार्यवाही पर सवाल भी उठा रहे है। शिवपुरी शहर में ग्वालियर वायपास से होकर गुजारे जा रहे भारी वाहन यातायात को लेकर प्रशासन की सक्रिय अतिक्रमण हटाओं कार्यवाही आज शहर में लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। ग्वालियर वायपास चौराहे पर आज प्रशासन की तीन हिटैची मशीने चारो दिशाओं में गरजती रही। आदेश मिलने पर उन्होंने सडक के दोनो ओर बने कच्चे व पक्के अतिक्रमण को देखते ही देखते जमींदोज कर दिया। अतिक्रमणकारी भौचक्के रह गये और रविवार को प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान लगातार रूप से चलता रहा। नये फॉरलेन पर बैलेंस वर्क का काम शुरू करने से पहले भारी वाहनों को पुराने वायपास पर स्थानातरित करते हुये यक कार्यवाही चल रही है। इस कार्यवाही की आबड में जो भी दिग्गज अथवा प्रभावशाली व्यक्ति की संपत्ति भी यदि आती है तो उसे बख्शा नहीं जायेगा। यह कहना प्रशासन के अधिकारियों का रहा है। जिसके क्रम में पोहरी विधायक सुरेश राठखेडा के पीये ओपी शर्मा से भी प्रशासन की बहस हो चुकी है। प्रशासन की इस सख्त कार्यवाही के चलते नगर में अतिक्रमणकारियों के बीच अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। आज ग्वालियर वायपास चौराहे पर जमीदोज किये गये अतिक्रमण में सडक किनारे बनी कई गुमटियां व बरांडे सहित कई पक्के निर्माण धरासायी किये गये।
पक्षपात व मनमानी के आरोपों में घिरी अतिक्रमण हटाओ मुहिम, जनता में नाराजगी बढ़ी
शिवपुरी शहर में एंटी माफिया मुहिम में अतिक्रमण हटाने के नाम पर अफसरों पर पहले पांच से दस लाख रुपए मांगने के आरोप लग चुके हैं और अब पक्षपात के आरोप लग रहे हैं। इन दिनों एबी रोड पर गुना से ग्वालियर नाके तक बायपास रोड पर हटाए जा रहे अतिक्रमण में भेदभाव के आरोप अधिकारियों पर लग रहे हैं। गुना से ग्वालियर बायपास रोड पर कई गरीबों के अशियाने नियम विरूद्ध तरीके से तोड़ दिए गए हैं। इस अतिक्रमण हटाओ मुहिम में सबसे बड़ी बात यह है कि एबी रोड की इस बायपास पर सेंटर लाइन से दोनों ओर कितना अतिक्रमण आ रहा है यह बताने कोई अफसर तैयार नहीं।
आखिरा क्या है अतिक्रमण चिंहित करने का पैमाना?
शिवपुरी जिले के शहरी क्षेत्र में चल रही प्रशासन की अतिक्रमण हटाओं मुहिम के चलते अतिक्रमण चिंहित करने का पैमाना क्या है यह जनता अफसरों से पूछ रही है। लेकिन इसका कोई सही जवाब अधिकारियों की ओर से नहीं मिल रहा है। इस मुहिम में किसी का अतिक्रमण 45 फिट के दायरे में आने पर तोड़ दिया जा रहा है तो किसी का 35 फिट में आने पर उसे तोड़ा नहीं जा रहा। परेशान लोग एसडीएम अतेंद्र गुर्जर, यातायात प्रभारी रणवीर सिंह, नपा सीएमओ केके पटेरिया से पूछ रहे हैं तो उन्हें संतोषप्रद जवाब नहीं दिया जा रहा है। इस मनमानी को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि पहले अतिक्रमण चिंहित किए जाएं। एक चूना लाइन डाली जाए इसके बाद अतिक्रमण हटाया जाए। लेकिन इसमें यहां पर अफसरों की मनमानी चलती दिखाई पड रही है कि उन्हें जो अच्छा लगा उसे छोड़ दिया और जिसका चाहा उसे तोड़ दिया। अतिक्रमण हटाने के नाम पर चल रही इस मनमानी को लेकर जनता ने सीएम कमलनाथ और अन्य नेताओं से इस भेदभावपूर्ण व मनमानी कार्रवाई को रोकने की मांग की है।
कंट्रोल रूम और सर्किट हाउस रोड़ कलारी भी रोड़ के समीप, कार्यवाही की दरकार
माधवनगर में निवास करने वाले विधायक के निज सहायक ओ.पी.शर्मा ने जिला प्रशासन द्वारा चलाई जा रही अतिक्रमण मुहिम पर सवाल उठाए है उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो हाईवे विगत 2000 से लेकर आज तक किसी तरह के अतिक्रमण में नजर नहीं आ रहा था वह महज तीन माह के फोरलेन बंद होने पर यहां गुजरने वाले हैवी टै्रफिक में नजर आने लगा, यह सोचने वाली बात है वहींदूसरी ओर सरेआम रोड़ से महज 10 फिट की दूरी पर पुलिस कंट्रोल रूम वायपास मार्ग पर बना हुआ है क्या यह अतिक्रमण नहीं है, इसी वायपास मार्ग पर सर्किट हाउस रोड़ पर ही अंग्रेजी शराब दुकान है जो रोड़ से महज 8 फिट की दूरी पर है क्या यह अतिक्रमण नहीं है, यदि यह अतिक्रमण नहीं तो फिर वर्षों से वायपास मार्ग पर निवासरत लोगों के रजिस्ट्रीशुदा भवनों को क्यों अतिक्रामक मानकर कार्यवाही की जा रही है असल में कार्यवाही की दरकार तो पुलिस कंट्रोल रूम व अंग्रेजी शराब की दुकान पर है यह भी हटने चाहिए यहां भी दीवाले टूटनी चाहिए तभी हम सही कार्यवाही मानेंगें अन्यथा यह मुंहदेखी कार्यवाही ही कही जाएगी। इस तरह की नाराजगी विधायक निज सहायक ओपी शर्मा द्वारा व्यक्त की गई।
यह अतिक्रमण क्यों नजर नहीं आ रहा?
कलेक्टर कोठी के पास पीएस होटल के नजदीक यहां पर रोड पर सेंटर लाइन से 35 फिट में आ रहे कई अतिक्रमण छोड़ दिए गए है। इसके अलावा फ तेहपुर के पास और सर्किट हाउस के आगे अंग्रेजी शराब की दुकान जो पक्का निर्माण है और यह रोड पर ही है इसे छोड़ दिया गया है। वहीं मनियर रोड के पास कई गरीबों के अशियाने तोड़ दिए गए। गुना से ग्वालियर बायपास तक ऐसे कई अतिक्रमण थे जो तोड़े जाने चाहिए थे लेकिन उन्हें छोड़ दिया गया। होटल पीएस के आगे रिंकू बंसल की बाउंड्री जो 45 फिट से बाहर थी फिफर भी उसे तोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि हमने तो पहले ही सेंटर लाइन से 45 फिट छोड़कर बाउंड्री बनाई थी लेकिन हमारी प्रशासन ने सुनवाई ही नहीं की।
शिवपुरी। ना तो कोई पैमाईश और ना ही कोई पैमाना फिर भी नगर में इन दिनों लगातर तीन दिनों से अतिक्रमण मुहिम चलाई जा रही है जिसमें भेदभाव के आरोप-प्रत्यारोप भी लग रहे है और इस दौरान लोग इस कार्यवाही पर सवाल भी उठा रहे है। शिवपुरी शहर में ग्वालियर वायपास से होकर गुजारे जा रहे भारी वाहन यातायात को लेकर प्रशासन की सक्रिय अतिक्रमण हटाओं कार्यवाही आज शहर में लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। ग्वालियर वायपास चौराहे पर आज प्रशासन की तीन हिटैची मशीने चारो दिशाओं में गरजती रही। आदेश मिलने पर उन्होंने सडक के दोनो ओर बने कच्चे व पक्के अतिक्रमण को देखते ही देखते जमींदोज कर दिया। अतिक्रमणकारी भौचक्के रह गये और रविवार को प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान लगातार रूप से चलता रहा। नये फॉरलेन पर बैलेंस वर्क का काम शुरू करने से पहले भारी वाहनों को पुराने वायपास पर स्थानातरित करते हुये यक कार्यवाही चल रही है। इस कार्यवाही की आबड में जो भी दिग्गज अथवा प्रभावशाली व्यक्ति की संपत्ति भी यदि आती है तो उसे बख्शा नहीं जायेगा। यह कहना प्रशासन के अधिकारियों का रहा है। जिसके क्रम में पोहरी विधायक सुरेश राठखेडा के पीये ओपी शर्मा से भी प्रशासन की बहस हो चुकी है। प्रशासन की इस सख्त कार्यवाही के चलते नगर में अतिक्रमणकारियों के बीच अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। आज ग्वालियर वायपास चौराहे पर जमीदोज किये गये अतिक्रमण में सडक किनारे बनी कई गुमटियां व बरांडे सहित कई पक्के निर्माण धरासायी किये गये।
पक्षपात व मनमानी के आरोपों में घिरी अतिक्रमण हटाओ मुहिम, जनता में नाराजगी बढ़ी
शिवपुरी शहर में एंटी माफिया मुहिम में अतिक्रमण हटाने के नाम पर अफसरों पर पहले पांच से दस लाख रुपए मांगने के आरोप लग चुके हैं और अब पक्षपात के आरोप लग रहे हैं। इन दिनों एबी रोड पर गुना से ग्वालियर नाके तक बायपास रोड पर हटाए जा रहे अतिक्रमण में भेदभाव के आरोप अधिकारियों पर लग रहे हैं। गुना से ग्वालियर बायपास रोड पर कई गरीबों के अशियाने नियम विरूद्ध तरीके से तोड़ दिए गए हैं। इस अतिक्रमण हटाओ मुहिम में सबसे बड़ी बात यह है कि एबी रोड की इस बायपास पर सेंटर लाइन से दोनों ओर कितना अतिक्रमण आ रहा है यह बताने कोई अफसर तैयार नहीं।
आखिरा क्या है अतिक्रमण चिंहित करने का पैमाना?
शिवपुरी जिले के शहरी क्षेत्र में चल रही प्रशासन की अतिक्रमण हटाओं मुहिम के चलते अतिक्रमण चिंहित करने का पैमाना क्या है यह जनता अफसरों से पूछ रही है। लेकिन इसका कोई सही जवाब अधिकारियों की ओर से नहीं मिल रहा है। इस मुहिम में किसी का अतिक्रमण 45 फिट के दायरे में आने पर तोड़ दिया जा रहा है तो किसी का 35 फिट में आने पर उसे तोड़ा नहीं जा रहा। परेशान लोग एसडीएम अतेंद्र गुर्जर, यातायात प्रभारी रणवीर सिंह, नपा सीएमओ केके पटेरिया से पूछ रहे हैं तो उन्हें संतोषप्रद जवाब नहीं दिया जा रहा है। इस मनमानी को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि पहले अतिक्रमण चिंहित किए जाएं। एक चूना लाइन डाली जाए इसके बाद अतिक्रमण हटाया जाए। लेकिन इसमें यहां पर अफसरों की मनमानी चलती दिखाई पड रही है कि उन्हें जो अच्छा लगा उसे छोड़ दिया और जिसका चाहा उसे तोड़ दिया। अतिक्रमण हटाने के नाम पर चल रही इस मनमानी को लेकर जनता ने सीएम कमलनाथ और अन्य नेताओं से इस भेदभावपूर्ण व मनमानी कार्रवाई को रोकने की मांग की है।
कंट्रोल रूम और सर्किट हाउस रोड़ कलारी भी रोड़ के समीप, कार्यवाही की दरकार
माधवनगर में निवास करने वाले विधायक के निज सहायक ओ.पी.शर्मा ने जिला प्रशासन द्वारा चलाई जा रही अतिक्रमण मुहिम पर सवाल उठाए है उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो हाईवे विगत 2000 से लेकर आज तक किसी तरह के अतिक्रमण में नजर नहीं आ रहा था वह महज तीन माह के फोरलेन बंद होने पर यहां गुजरने वाले हैवी टै्रफिक में नजर आने लगा, यह सोचने वाली बात है वहींदूसरी ओर सरेआम रोड़ से महज 10 फिट की दूरी पर पुलिस कंट्रोल रूम वायपास मार्ग पर बना हुआ है क्या यह अतिक्रमण नहीं है, इसी वायपास मार्ग पर सर्किट हाउस रोड़ पर ही अंग्रेजी शराब दुकान है जो रोड़ से महज 8 फिट की दूरी पर है क्या यह अतिक्रमण नहीं है, यदि यह अतिक्रमण नहीं तो फिर वर्षों से वायपास मार्ग पर निवासरत लोगों के रजिस्ट्रीशुदा भवनों को क्यों अतिक्रामक मानकर कार्यवाही की जा रही है असल में कार्यवाही की दरकार तो पुलिस कंट्रोल रूम व अंग्रेजी शराब की दुकान पर है यह भी हटने चाहिए यहां भी दीवाले टूटनी चाहिए तभी हम सही कार्यवाही मानेंगें अन्यथा यह मुंहदेखी कार्यवाही ही कही जाएगी। इस तरह की नाराजगी विधायक निज सहायक ओपी शर्मा द्वारा व्यक्त की गई।
यह अतिक्रमण क्यों नजर नहीं आ रहा?
कलेक्टर कोठी के पास पीएस होटल के नजदीक यहां पर रोड पर सेंटर लाइन से 35 फिट में आ रहे कई अतिक्रमण छोड़ दिए गए है। इसके अलावा फ तेहपुर के पास और सर्किट हाउस के आगे अंग्रेजी शराब की दुकान जो पक्का निर्माण है और यह रोड पर ही है इसे छोड़ दिया गया है। वहीं मनियर रोड के पास कई गरीबों के अशियाने तोड़ दिए गए। गुना से ग्वालियर बायपास तक ऐसे कई अतिक्रमण थे जो तोड़े जाने चाहिए थे लेकिन उन्हें छोड़ दिया गया। होटल पीएस के आगे रिंकू बंसल की बाउंड्री जो 45 फिट से बाहर थी फिफर भी उसे तोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि हमने तो पहले ही सेंटर लाइन से 45 फिट छोड़कर बाउंड्री बनाई थी लेकिन हमारी प्रशासन ने सुनवाई ही नहीं की।
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