पुलिस ने किया इंकार, शरीर पर नहीं मिले चोट के निशान
शिवपुरी। जिले के सुरवाया थाना क्षेत्र के बढ़ीबरौद में मंगलवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गई। जब एक युवक बुद्धु पुत्र छोटेलाल जाटव की लाश खेत में पड़ी मिली। परिजनों ने गांव के तीन युवक करिया जाटव, राकेश जाटव और संजय जाटव पर बुद्धु की हत्या करने का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस ने हत्या से इंकार किया है। सुरवाया थाना प्रभारी दिनेश नरवरिया का कहना है कि मृतक के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है। प्रथम दृष्टया मृतक की मौत सामान्य रूप से होना प्रतीत हो रही है। फिलहाल मामला संदिग्ध होने के कारण मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। वहीं मृतक का पीएम कराया जा रहा है और पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा।
मृतक के बड़े भाई विशुन लाल जाटव और पुत्र मुकेश जाटव का आरोप है कि सोमवार की दोपहर उसके चाचा कल्लू सिंह जाटव ने गांव के इंदरसिंह रावत से बूढीबरौद पंचायत से चुनाव लडऩे की बात कह दी थी। इसे लेकर इंदरसिंह ने उसके चाचा को धमकी दी थी कि पंचायत में सिर्फ एक ही फॉर्म डाला जाएगा और जो भी प्रतिद्वंदी बनकर सामने आएगा उसे मार दिया जाएगा। मुकेश का आरोप है कि इंदरसिंह ने गांव के तीन लोग करिया जाटव, राकेश जाटव और संजय जाटव को उसके खेत पर पहुंचाया और इन तीनों ने उसके पिता की गला दबाकर हत्या कर दी। आज सुबह जब साढ़े 5 बजे उसके ताऊ विशुनलाल वहां पहुंचे तो उसके पिता ब़ुद्धु जाटव मृत अवस्था में वहां पड़े थे। उनके बदन पर शर्ट भी नहीं थी। घटना की जानकारी सुबह पुलिस को दी और पुलिस मौके पर पहुंच गई। जहां पुलिस ने छानबीन की। पुलिस का कहना है कि छानबीन के दौरान उन्हें ऐसा कुछ भी नहीं मिला जिससे हत्या होना प्रतीत हो। जहां तक कि मृतक के शरीर पर भी ऐसा कोई निशान नहीं था जो हत्या होना पाया जाए। पुलिस ने मामला जांच में ले लिया है।
शिवपुरी। जिले के सुरवाया थाना क्षेत्र के बढ़ीबरौद में मंगलवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गई। जब एक युवक बुद्धु पुत्र छोटेलाल जाटव की लाश खेत में पड़ी मिली। परिजनों ने गांव के तीन युवक करिया जाटव, राकेश जाटव और संजय जाटव पर बुद्धु की हत्या करने का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस ने हत्या से इंकार किया है। सुरवाया थाना प्रभारी दिनेश नरवरिया का कहना है कि मृतक के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है। प्रथम दृष्टया मृतक की मौत सामान्य रूप से होना प्रतीत हो रही है। फिलहाल मामला संदिग्ध होने के कारण मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। वहीं मृतक का पीएम कराया जा रहा है और पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा।
मृतक के बड़े भाई विशुन लाल जाटव और पुत्र मुकेश जाटव का आरोप है कि सोमवार की दोपहर उसके चाचा कल्लू सिंह जाटव ने गांव के इंदरसिंह रावत से बूढीबरौद पंचायत से चुनाव लडऩे की बात कह दी थी। इसे लेकर इंदरसिंह ने उसके चाचा को धमकी दी थी कि पंचायत में सिर्फ एक ही फॉर्म डाला जाएगा और जो भी प्रतिद्वंदी बनकर सामने आएगा उसे मार दिया जाएगा। मुकेश का आरोप है कि इंदरसिंह ने गांव के तीन लोग करिया जाटव, राकेश जाटव और संजय जाटव को उसके खेत पर पहुंचाया और इन तीनों ने उसके पिता की गला दबाकर हत्या कर दी। आज सुबह जब साढ़े 5 बजे उसके ताऊ विशुनलाल वहां पहुंचे तो उसके पिता ब़ुद्धु जाटव मृत अवस्था में वहां पड़े थे। उनके बदन पर शर्ट भी नहीं थी। घटना की जानकारी सुबह पुलिस को दी और पुलिस मौके पर पहुंच गई। जहां पुलिस ने छानबीन की। पुलिस का कहना है कि छानबीन के दौरान उन्हें ऐसा कुछ भी नहीं मिला जिससे हत्या होना प्रतीत हो। जहां तक कि मृतक के शरीर पर भी ऐसा कोई निशान नहीं था जो हत्या होना पाया जाए। पुलिस ने मामला जांच में ले लिया है।
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