संभागीय इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी में किया मॉडल का प्रदर्शनए राज्य स्तर के लिये चयनशिवपुरी-सोच की गहराई उम्र के दस्तावेजों में कैद नहीं होती यह बात शिवपुरी केंद्रीय विद्यालय में 7 वी कक्षा में पढऩे वाले नमन पुरोहित ने साबित कर दी है। उम्र के बंधनों से परे 13 वर्षीय नमन ने सीमाओं पर भारतीय सैनिकों की शहादत के दर्द को मिटाने के लिये रोबोटिक आम्र्स बनाने की दिशा में काम करना प्रारंभ कर दिया है। इंस्पायर अवार्ड 2019-20 के तहत ग्वालियर में 3-4 जनवरी को आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में उसकी सोच की सराहना करते हुए राज्य स्तर के लिये चयनित किया गया है। ग्वालियर में आयोजित इस विज्ञान प्रदर्शनी में ग्वालियर.चंबल संभाग के 8 जिलों से 110 बच्चों ने भाग लिया था। इस प्रदर्शनी के लिये शिवपुरी जिले से 5 बच्चों का चयन हुआ था, जिनमें से नमन पुरोहित को राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी के लिये चयनित किया गया।
ऐसे आया विचारशरहद पर सैनिकों की शहादत के बाद उनके परिजनों के दर्द से आहत बाल मन ने इसका हल खोजने का प्रयास किया। वीडियो गेम्स एवं फिल्मों में रोबोट की उपयोगिता देखकर उसके मन में रोबोटिक हथियार बनाने का विचार आया। उसने अपने क्लास टीचर इरफ ान अहमद अंसारी एवं विज्ञान शिक्षक शशांक त्रिपाठी से इस संबंध में चर्चा की तो उन्होंने भी रोबोटिक हथियार को सेना के लिये उपयोगी बताया। शिक्षकों के मार्गदर्शन में नमन ने रोबोटिक हथियार के सम्बंध में जानकारियों का संकलन करना सुरु कर दिया। विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार शर्मा ने नमन के प्रोजेक्ट की उपयोगिता को देखते हुए इंस्पायर अवार्ड के लिये पंजीयन करा दिया। पंजीयन के बाद उसे जोन स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में अपने मॉडल को प्रस्तुत करने हेतु चयन किया गया। अब नमन राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में अपने मॉडल का प्रदर्शन करेगा।
परिवारिक स्थितिमूलत: भिंड जिले के छोटे से गांव खेरियाबाग के निवासी नमन के पिता राघवेन्द्र पुरोहित महिला एवं बाल विकास विभाग में बाल संरक्षण अधिकारी के पद पर जिले में कार्यरत है। मंदसौर जिले में पदस्थापना के दौरान प्रदेश में सर्वाधिक बाल विवाह रोकने एवं सर्वाधिक बाल विवाह शून्य कराने के लिये उन्हें 8 मार्च 2018 को राज्यस्तरीय सम्मान से सम्मानित किया गया था। केंद्रीय विद्यालय शिवपुरी के अवार्डी छात्र नमन पुरोहित के अनुसार रोबोटिक हथियार से देश की सेना मजबूत होगी। नई पी?ी के युद्ध के लिये रोबोटिक हथियारों की अत्यंत आवश्यकता है। कुछ विकसित देशों ने इस दिशा में अच्छे प्रयास किये है। जब हमारे देश में भी इस प्रकार के हथियार होंगे तो देश के सैनिकों की शहादत पर रोक लगेगी।
ऐसे आया विचारशरहद पर सैनिकों की शहादत के बाद उनके परिजनों के दर्द से आहत बाल मन ने इसका हल खोजने का प्रयास किया। वीडियो गेम्स एवं फिल्मों में रोबोट की उपयोगिता देखकर उसके मन में रोबोटिक हथियार बनाने का विचार आया। उसने अपने क्लास टीचर इरफ ान अहमद अंसारी एवं विज्ञान शिक्षक शशांक त्रिपाठी से इस संबंध में चर्चा की तो उन्होंने भी रोबोटिक हथियार को सेना के लिये उपयोगी बताया। शिक्षकों के मार्गदर्शन में नमन ने रोबोटिक हथियार के सम्बंध में जानकारियों का संकलन करना सुरु कर दिया। विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार शर्मा ने नमन के प्रोजेक्ट की उपयोगिता को देखते हुए इंस्पायर अवार्ड के लिये पंजीयन करा दिया। पंजीयन के बाद उसे जोन स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में अपने मॉडल को प्रस्तुत करने हेतु चयन किया गया। अब नमन राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में अपने मॉडल का प्रदर्शन करेगा।
परिवारिक स्थितिमूलत: भिंड जिले के छोटे से गांव खेरियाबाग के निवासी नमन के पिता राघवेन्द्र पुरोहित महिला एवं बाल विकास विभाग में बाल संरक्षण अधिकारी के पद पर जिले में कार्यरत है। मंदसौर जिले में पदस्थापना के दौरान प्रदेश में सर्वाधिक बाल विवाह रोकने एवं सर्वाधिक बाल विवाह शून्य कराने के लिये उन्हें 8 मार्च 2018 को राज्यस्तरीय सम्मान से सम्मानित किया गया था। केंद्रीय विद्यालय शिवपुरी के अवार्डी छात्र नमन पुरोहित के अनुसार रोबोटिक हथियार से देश की सेना मजबूत होगी। नई पी?ी के युद्ध के लिये रोबोटिक हथियारों की अत्यंत आवश्यकता है। कुछ विकसित देशों ने इस दिशा में अच्छे प्रयास किये है। जब हमारे देश में भी इस प्रकार के हथियार होंगे तो देश के सैनिकों की शहादत पर रोक लगेगी।
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