कमलागंज के आगे बनाई जा रही नाली के समीप धंसकी जमीनशिवपुरी-शहर को महानगर जैसा बनाने के लिए लाए गए शिवपुरी शहर के ड्रीम प्रोजेक्ट कठमई से बड़ौदी तक शहर के बीच से होकर बनाई जा रही फोरलेन जैसी सड़क की निर्माणाधीन नाली मावठ की बारिश से ही शहर के नवग्रह एवं सत्य नारायण मंदिर के सामने बड़े क्षेत्र में 1 मिट्टी की जमीन धंसक गई जबकि इसका निर्माण कुछ दिनों पूर्व ही पूरा हुआ था। यहां मावठ की बारिश ने ही हो रहे सड़क निर्माण के दौरान निर्माण कार्य की पोल खोल दी।
लोक निर्माण विभाग शिवपुरी के कार्यपालन यंत्री बी.एस. गुर्जर ने शहर के बीचों-बीच बनने जा रहे फोर लाइन मार्ग की नवनिर्मित नाली पूरी की पूरी मिट्टी में समा जाने के मामले में बताया कि नाली बनाए जाने के पूर्व सीवर लाइन भी उसी जगह पर डाली गई थी, संभवत उसी के पास नाली का निर्माण किया गया, क्योंकि हमारा प्रयास था कि जहां तक शासकीय भूमि है, उसके आखरी छोर पर नाली बनाई जाए लेकिन नीचे सीवर लाइन की भराव ढंग से नहीं होने के कारण ऊपर बनी नाली संभवत: धंस गई। इसे निर्माण करने वाली एजेंसी से फिर से बनवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर के बीच बनने वाले इस नए निर्माण कार्य की लागत लगभग 45 करोड़ रुपए है एवं हमारा प्रयास है कि इसका काम शीघ्र हो और अच्छा हो। इस दौरान वहां मौके पर उपस्थित आसपास के लोगों का कहना था कि जब यह नाली बनाई जा रही थी तब उन्होंने बताया था कि इसके नीचे सीवर लाइन है और इस नाली को थोड़ा उससे दूर डाला जाए लेकिन किसी ने सुना और मावठ की एक दिन हुई तेज बारिश ने इस निर्माण कार्य की पोल खोलकर रख दी। जिसके चलते हुए निर्माण कार्य के आसपास की मिट्टी की जमीन धंसक गई और अब फिर यह निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा।
लोक निर्माण विभाग शिवपुरी के कार्यपालन यंत्री बी.एस. गुर्जर ने शहर के बीचों-बीच बनने जा रहे फोर लाइन मार्ग की नवनिर्मित नाली पूरी की पूरी मिट्टी में समा जाने के मामले में बताया कि नाली बनाए जाने के पूर्व सीवर लाइन भी उसी जगह पर डाली गई थी, संभवत उसी के पास नाली का निर्माण किया गया, क्योंकि हमारा प्रयास था कि जहां तक शासकीय भूमि है, उसके आखरी छोर पर नाली बनाई जाए लेकिन नीचे सीवर लाइन की भराव ढंग से नहीं होने के कारण ऊपर बनी नाली संभवत: धंस गई। इसे निर्माण करने वाली एजेंसी से फिर से बनवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर के बीच बनने वाले इस नए निर्माण कार्य की लागत लगभग 45 करोड़ रुपए है एवं हमारा प्रयास है कि इसका काम शीघ्र हो और अच्छा हो। इस दौरान वहां मौके पर उपस्थित आसपास के लोगों का कहना था कि जब यह नाली बनाई जा रही थी तब उन्होंने बताया था कि इसके नीचे सीवर लाइन है और इस नाली को थोड़ा उससे दूर डाला जाए लेकिन किसी ने सुना और मावठ की एक दिन हुई तेज बारिश ने इस निर्माण कार्य की पोल खोलकर रख दी। जिसके चलते हुए निर्माण कार्य के आसपास की मिट्टी की जमीन धंसक गई और अब फिर यह निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा।
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