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Thursday, December 5, 2019

कन्या महाविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित

शिवपुरी-राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन गुरूवार को कन्या महाविद्यालय शिवपुरी में किया गया। नोडल अधिकारी डॉ.आशीष व्यास ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत शासन द्वारा 2003 में तम्बाकू उत्पादों के उपभोग को हतोत्साहित करने हेतु सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद कोटपा लागू किया गया है। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में शासकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भाग लिया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मुस्कान साहू बी, द्वितीय वर्ष, द्वितीय स्थान सोनाली मिहोरा बी, द्वितीय वर्ष एवं तृतीय स्थान शालू वर्मा बीएससी द्वितीय वर्ष ने प्राप्त किया। इन्हें पुरस्कार एवं प्रमाण.पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
डॉ.आशीष व्यास ने बताया कि भारत में तम्बाकू के उपभोग से प्रतिवर्ष तेरह लाख से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो जाती है। मध्यप्रदेश में कुल 50.2 प्रतिशत पुरूष एवं 17.3 प्रतिशत महिलाएं तम्बाकू का सेवन करती है। तम्बाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों में प्रमुख मुख का कैंसरए फेफ ड़े का कैंसर, टीव्ही इत्यादि प्रमुख है। तम्बाकू में निकोटिन होता है, जिससे इसकी लत पड़ जाती है। प्रथम बार में ही तम्बाकू के सेवन से बचना ही इसका एकमात्र उपाय है। तम्बाकू के धुऐं में चार हजार किस्म के रसायन होते है, जिसमें से साठ तत्व कैंसर जैसे रोग उत्पन्न कर सकते है अगर कोई व्यक्ति धुम्रपान नहीं करता है, लेकिन उसके आसपास बीड़ी, सिगरेट के धुऐं मे सांस ले रहा है तो इसे निष्क्रिय धूम्रपान कहते हैए यह अत्यंत खतरनाक होता है। प्रतिवर्ष विश्व में दो लाख मौतें इससे ही जाती है। धूम्रपान से गर्भवती महिला का गर्भ गिर सकता है। महिला एवं पुरूषों में बांझपन एवं गैंगरीन का एक प्रमुख कारण तम्बाकू है। तम्बाकू नियंत्रण कानून 2003 उन सभी उत्पादों पर लागू होता है, जिसमें किसी भी रूप में तम्बाकू है। जैसे सिगरेट, सिगार, बीडी, गुटका, तम्बाकू युक्त पान मसाला, खैनी, मावा, मिसरी, सुंघनी नसवार आदि है। असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमती ज्योत्सना सक्सेना ने बताया कि तम्बाकू का सेवन किसी भी रूप में अत्यंत हानिकारक है, इससे प्रथम वार में ही बचकर रहना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रिसिंपल डॉ.एन.के.जैन ने भी अपने विचार उपस्थित छात्राओं के साथ साझा किए। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन एनएसएस श्रीमती रेनू राय द्वारा किया गया।

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