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Tuesday, November 5, 2019

जीव का परमपिता से मिलान है ध्यान और प्रार्थना : डॉ.गोरख पारूलकर

ध्यानोत्सव के तृतीय दिवस पर ध्यान और प्रार्थना कों लेकर जिज्ञासाओं का किया समाधान 
शिवपुरी-जैसा कि हरेक मनुष्य दिन भर अपने कार्य और दिनचर्या में व्यतीत करता है लेकिन इस बीच कुछ पल ऐसे भी निकालें जिससे जीव का परमात्मा से मिलन हो, हार्टफुलनेस में यही ध्यान और प्रार्थना इसे ही जीव का परमपिता से मिलान कहा जाता है क्योंकि प्रार्थना जीवन अच्छे, सदकार्यों, सुखद परिणामों, विपत्तियों को दूर करने, मनचाही इच्छा पाने, उसे प्राप्त करने के लिए की जाती है जबकि ध्यान जीव को परमपिता से मिलान हो इसके लिए एकाग्रचित होकर किया जाता है जहां केवल परमात्मा और आत्मा का ही मिलन संभव है हार्टफु लनेस में ध्यान और प्रार्थना दो विषयों को लेकर बड़ी बारीकी से बताया गया है इसलिए इनका ध्यान करें और इन्हें अपने जीवन में उतारें फिर देखें कि आपके जीवन में क्या और कैसा बदलाव आता है। यह कहना था हरदा से आए हार्टफुलनेस संस्थान के टे्रनर डॉ.गौरख पारूलकर जो स्थानीय पीएस होटल में आयोजित तीन दिवसीय ध्यानोत्सव कार्यक्रम के अंतिम दिन आयोजित सेशन में मुख्य वक्ता की आसंदी से उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में हार्टफुलनेस संस्थान के शिवपुरी में संचालित शिविर के केन्द्र प्रभारी आलोक शर्मा, ध्यानोत्सव कार्यक्रम के प्रभारी जया शर्मा एवं अमित यादव आदि सहित अन्य वालेन्टियर भी मौजूद रहे जिन्होंने पूरे समय ध्यान और प्रार्थना को लेकर जिज्ञासुओं के सवालों जबाब देते हुए उनकी समस्याओं का समाधान कराया।
हृदय को शांति से तृप्त करना है हार्टफुलनेस : आलोक शर्माकार्यक्रम में हार्टफुलनेस संस्थान के बारे में अपने संबोधन के माध्यम से जानकारी देते हुए पार्थ एकेडमी संचालक आलोक शर्मा ने बताया कि हृदय को शांति से तृप्त करना ही है हार्टफुलनेस, क्योंकि श्रीरामचन्द्र मिशन वह संस्था है जहां सहज जीवन जीने का मार्ग ध्यान की विभिन्न प्रक्रियाओं-विधियों के माध्यम से कराया जाता है परमात्मा से मिलने का मार्ग है हार्टफुलनेस जहां से प्रार्थनाऐं और ध्यान के माध्यम से रिलेक्सेशन कर शरीर को साफ किया जाता है फिर मन को साफ किया जाता है और जब मन साफ तो विचार स्वत: ही साफ आने लगते है इसलिए घर की साफ-सफाई की तरह मन का शुद्धिकरण होना भी अति आवश्यक है और हार्टफुलनेस में यही ध्यान सिखाकर मन को अंत:करण से साफ किया जाता है।
गणमान्य और विशेष अतिथियों ने जाना ध्यानोत्सव कोतीन दिवसीय ध्यानोत्सव कार्यक्रम में प्रतिदिन शहर के गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, सीआईएटी एवं आईटीबीपी, एसएफ सहित अन्य शासकीय विभागों के अधिकारी अतिथियों के रूप में शामिल हुए और उन्हेांने ध्यान की विभिन्न विधियों को जाना। तृतीय दिवस पर कार्यक्रम में डिस्ट्रीक्ट जज ए.के.वर्मा सहित अन्य सभी न्यायाधीशगण, आईटीबीपी संस्थान के डीआईजी आर.के.शाह, पूर्व विधायक प्रहलाद भारती, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा, नपाध्यक्ष मुन्ना लाल कुशवाह, मण्डी सचिव ए.एस.तोमर, पुलिस विभाग से अति.पुलिस अधीक्षक जी.एस.कंवर, आर.आई. भारत सिंह यादव, सिंचाई विभाग के कार्यपालन यंत्री एस.के.मित्तल, श्रीमती विभा रघुवंशी सहित विभिन्न विद्यालयों जिसमें जी.के.हैरीटेज के संचालक एस.के.वर्मा, गुरूनानक स्कूल संचालक महिपाल अरोरा, गीता पब्लिक स्कूल के संचालक पवन शर्मा, ईस्टर्न हाई्टस स्कूल संचालक सुबोध अरोरा, रन्गढ़ रैनवो स्कूल संचालक अशोक रन्गढ़, इनोवेटिव स्कूल संचालक विनोद शर्मा, ज्योतिषाचार्य पं.पुरूषोत्तम तिवारी, एसडीओ अवधेश सक्सैना, संघ से मधुकर जी, गणेशा ब्लेस्ड स्कूल संचालक राम गुप्ता व बाल शिक्षा निकेतन स्कूल संचालिका श्रीमती बिन्छु छिब्बर आदि सहित अन्य गणमान्य नागरिक एवं स्कूली बच्चें इस तीन दिवसीय ध्यानोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए।

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