स्वास्थ्य विभाग की अपील डेंगू का उपचार जिला चिकित्सालय में ही कराऐं, होगी जांच मिलेगा उपचार
शिवपुरी-मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एल शर्मा ने कहा कि डेंगू के भ्रम से बचें डरे नहीं सही उपचार कराएं एवं डेंगू से डरने की जरूरत नहीं है। डेंगू फैलने की एक निश्चित समय अवधि रहती है जो कि जुलाई से लेकर सितंबर होती है जिसमें डेंगू फैलने का खतरा रहता ही है। इसके लिए सावधान रहने व लक्षण दिखाई देने पर उचित समय में उचित डॉक्टर से इलाज कराने की जरूरत है कई लोग बुखार आने पर झोलाछाप डॉक्टरों सर इलाज करा कर डेंगू को बढ़ावा देते हैं जबकि डेंगू का उचित इलाज शासकीय जिला चिकित्सालय मैं उपलब्ध है एवं जिला अस्पताल में डेंगू से संबंधित सभी जांचो की सुविधा भी उपलब्ध है जिससे आसानी से पता किया जा सकता है कि मरीज को डेंगू जैसी बीमारी है भी या नहीं। सीएमएचओ डॉ. ए.एल.शर्मा ने कहा कि आम धारणा बन गई है कि प्लेटलेट्स कम होते ही लोग मान लेते हैं कि उन्हें डेंगू हो
गया है। मरीज के घर-परिवार में भी भय का माहौल बन जाता है, जबकि इसके कुछ और कारण भी हो सकते हैं। ऐसी हालत में संयम बरतने के साथ डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। जरूरी नहीं कि हर मरीज को अस्पताल में भर्ती किया जाए। डेंगू के लक्षण मिलने पर मरीज को मच्छरों से दूर रखना चाहिए। खूब पानी पिलाना और बुखार न चढऩे देंना। एवं घर में पानी का एकीकरण ना होने देना एवं अन्य सावधानियों से भी डेंगू पर काबू पाया जा सकता है।
शिवपुरी-मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एल शर्मा ने कहा कि डेंगू के भ्रम से बचें डरे नहीं सही उपचार कराएं एवं डेंगू से डरने की जरूरत नहीं है। डेंगू फैलने की एक निश्चित समय अवधि रहती है जो कि जुलाई से लेकर सितंबर होती है जिसमें डेंगू फैलने का खतरा रहता ही है। इसके लिए सावधान रहने व लक्षण दिखाई देने पर उचित समय में उचित डॉक्टर से इलाज कराने की जरूरत है कई लोग बुखार आने पर झोलाछाप डॉक्टरों सर इलाज करा कर डेंगू को बढ़ावा देते हैं जबकि डेंगू का उचित इलाज शासकीय जिला चिकित्सालय मैं उपलब्ध है एवं जिला अस्पताल में डेंगू से संबंधित सभी जांचो की सुविधा भी उपलब्ध है जिससे आसानी से पता किया जा सकता है कि मरीज को डेंगू जैसी बीमारी है भी या नहीं। सीएमएचओ डॉ. ए.एल.शर्मा ने कहा कि आम धारणा बन गई है कि प्लेटलेट्स कम होते ही लोग मान लेते हैं कि उन्हें डेंगू हो
गया है। मरीज के घर-परिवार में भी भय का माहौल बन जाता है, जबकि इसके कुछ और कारण भी हो सकते हैं। ऐसी हालत में संयम बरतने के साथ डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। जरूरी नहीं कि हर मरीज को अस्पताल में भर्ती किया जाए। डेंगू के लक्षण मिलने पर मरीज को मच्छरों से दूर रखना चाहिए। खूब पानी पिलाना और बुखार न चढऩे देंना। एवं घर में पानी का एकीकरण ना होने देना एवं अन्य सावधानियों से भी डेंगू पर काबू पाया जा सकता है।
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