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Shishukunj

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Tuesday, July 16, 2019

प्रत्येक मनुष्य का जीवन में गुरू होना आवश्यक : डॉ.रघुवीर सिंह गौर



विश्व आध्यात्मिक संस्थान के गुरूपूर्णिमा महोत्सव में स्थानीय और विदेश से भी आए धर्मावलंबी शिवपुरी-इस संसारी दुनिया में प्रत्येक मनुष्य के जीवन में गुरू का होना आवश्यक है वह किसी भी रूप में हो सकता है गुरू वह ज्ञान है 
जो अपने शिष्य को सद्मार्ग, ज्ञान मार्ग और धर्मोपदेश देकर उसे कर्तव्य वहन कर मार्ग प्रशस्त करता है इसलिए हरेक मनुष्य को जीवन में गुरू जरूर बनाना चाहिए और अपने जीवन में होने वाले परिवर्तन, घर में सुख-समृद्धि, यश-वैभव प्राप्त करने के लिए गुरू के बताए आचरण को अपनाऐ और परिवार के साथ सुखी जीवन बिताऐं। यह उपदेश दिए आध्यात्मिक गुरू डॉ.रघुवीर सिंह गौर ने जो स्थानीय नक्षत्र गार्डन में विश्व आध्यात्मिक संस्थान द्वारा आयोजित गुरूपूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम के माध्यम से उपस्थित शिष्यगणों को धर्मोपदेश देकर उनका कल्याण कर रहे थे। इस दौरान सेवाभावी कार्य गुरूपूर्णिमा कार्यक्रम प्रभारी डॉ.ए.एस.भल्ला व डॉ.डी.के.सिरौठिया द्वारा कार्यक्रम में पधारे दूर-दूर से आए शिष्यों के सेवकों की व्यवस्था की गई। इस अवसर पर दूर विदेश से भी मेहमान आए और उन्होंने भी गुरूपूजन कर आर्शीवाद प्राप्त किया। इनमें अमेरिका, सुलेमानिया, इराक आदि सहित भारत देश के दूर कोनों से भी कई भक्तगण शिवपुरी आए और गुरूपूजन कार्यक्रम में पहुंचकर धर्मलाभ प्राप्त किया। कार्यक्रम में प्रात: 9 बजे ध्यान-साधनाऐं एवं गुरूपूजन के साथ भण्डारे का आयोजन किया गया। 
परमहंस आश्रम बांकड़े मंदिर, श्री बड़े हनुमान जी एवं पाताली हनुमान व बालाजीधाम मंदिर पर मनाया गुरूपूर्णिमा
गुरूपूर्णिमा के पावन अवसर पर शहर के विभिन्न मंदिरों पर भी अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें बिनेगा स्थित श्रीपरमहंस आश्रम में गुरूवर के सानिध्य में गुरूपूजन किया गया। सिद्ध स्थल श्रीबांकड़े हनुमान मंदिर पर मंदिर महंत गिरिराज जी एवं डॉ.गिरीश जी महाराज के पावन सानिध्य में दूर-दराज और ग्रामीण अंचलों से धर्मप्रेमीजन गुरूपूर्णिमा पर्व मनाने के लिए शिवपुरी स्थित बांकड़े हनुमन मंदिर पहुंचे और गुरूपूजन कर आर्शीवाद प्राप्त किया। श्री बड़े हनुमान मंदिर पर महामण्डलेश्वर पुरूषोत्तमदास जी महाराज के पावन सानिध्य में गुरूपूर्णिमा पर्व का आयोजन किया गया यहां मंदिर पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के समापन पश्चात विशाल भण्डारे में हजारों लोगों ने प्रसादी पाई और गुरूपूजन कर महाराजश्री की चरणवंदना की। इसके अलावा श्रीपाताली हनुमान मंदिर पर भी मंदिर महंत लक्ष्मणदास जी महाराज के मार्गदर्शन में गुरूपूर्णिमा पर्व का आयोजन किया गया है जहां दूर-दराज गुरूभक्त श्रीपाताली हनुमान मंदिर पधारे और गुरूपूजनकर आर्शीवादप्राप्त किया। यहां देर रात्रि तक भण्डारे का आयोजन भी किया गया। इसके साथ ही बालाजी धाम मंदिर परिसर में भी उत्साह और उल्लास के साथ गुरूपूजन एवं भजन कार्यक्रमों के साथ गुरूपूर्णिमा का पर्व मनाया गया। 

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